नेपाल के रास्ते कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले भारतीय नागरिक निम्नलिखित कर/नहीं कर सकते हैं:
कर सकते हैं
- तीर्थयात्री यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि उनके पास भारत से यात्रा शुरू करने से पहले तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र (टीएआर) के लिए उचित चीनी वीजा और यात्रा परमिट हो।
- तीर्थयात्रियों को यह ध्यान रखना चाहिए कि चीनी वीजा को नई दिल्ली में चीन के दूतावास से प्राप्त करने की आवश्यकता है (और काठमांडू में चीन के दूतावास से नहीं)।
- तीर्थयात्री यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि ट्रैवल एजेंट ने नेपाल के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र परमिट (सिमिकोट / हिलसा या रसुवागिधि यात्रा मार्ग / मार्ग के अनुसार) प्राप्त किया है।
- तीर्थयात्रियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके पास सभी तात्कालिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त / आवश्यक बीमा कवरेज है (उच्च तुंगता की बीमारी, आपातकालीन चिकित्सा राहत, निकासी, विस्तारित प्रवास, आदि)।
- सभी तीर्थयात्रियों को यात्रा शुरू करने से पहले पूरी तरह से चिकित्सीय परीक्षण करना चाहिए। उन्हें अपने साथ पर्याप्त दवाएं (हाई एल्टीट्यूड सिकनेस और अन्य जीवन रक्षक दवाएं) ले जानी चाहिए।
- तीर्थयात्रियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे ऊंचाई / ऑक्सीजन के स्तर में परिवर्तन से उत्पन्न होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को कम करने के लिए यात्रा के साथ सभी निर्दिष्ट पर्यनुकूलन स्थानों पर रुकें।
- किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तीर्थयात्रियों के पास पर्याप्त नकदी होनी चाहिए। सिमिकोट / हिलसा में एटीएम सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं।
- तीर्थयात्रियों को अंतरराष्ट्रीय रोमिंग सुविधा के साथ सिम कार्ड ले जाना चाहिए। संदेशवाहक एप्लिकेशन (व्हाट्सएप / वाइबर / वीचैट, आदि) को स्थापित करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि कुछ स्थानों पर मार्ग के साथ-साथ वाई-फाई सुविधाएं उपलब्ध हैं, हालांकि मोबाइल कनेक्टिविटी
नहीं है।
- तीर्थयात्री अपने टूर ऑपरेटरों और उनके एजेंटों के संपर्क नंबर ले जा सकते हैं।
नहीं कर सकते हैं:
- पूर्णिमा के दिनों के दौरान / आस-पास यात्रा से बचें। पूर्णिमा के दिनों में कैलाश मानसरोवर यात्रा में अधीक यात्री होते हैं जिससे सिमीकोट और हिलसा में संसाधनों की कमी होने से तीर्थयात्रियों के फंसे होने की घटनाएं हो जाती हैं।
- तीर्थयात्री मौसम के पूर्वानुमान का ध्यान रखें और भारी बारिश / खराब मौसम के दौरान यात्रा करने से बचें।
- यदि स्वास्थ्य अनुमति नहीं देता है तो तीर्थयात्रियों को माउंट कैलाश परिक्रमा करने से बचना चाहिए । माउंट कैलाश परिक्रमा में उच्च ऊँचाई और दर्रों के रास्ते व्यापक ट्रेकिंग शामिल है।
- खराब स्वास्थ्य वाले तीर्थयात्री और जो पूरी तरह से फिट नहीं हैं, उन्हें अपने हित में और जिस समूह के साथ यात्रा कर रहे हैं उसके हित में उस से बचना चाहिए।
तीर्थयात्री ध्यान दें:
- सिमिकोत / हिलसा में न्यूनतम / कोई चिकित्सा सुविधाएं नहीं हैं। तीर्थयात्रियों को यात्रा की अवधि और कम से कम 10 दिनों की आरक्षित आपूर्ति के लिए पर्याप्त दवाएं ले जानी चाहिए।
- इन स्थानों पर यात्रियों / तीर्थयात्रियों की एक मामूली संख्या के लिए बुनियादी / न्यूनतम पर्यटक बुनियादी ढांचा है। (शयनगृह सहित) साधारण खाने / आवास की सुविधा के साथ होटल / लॉज में रहने के लिए तैयार रहें।
- सिमिकोट / हिलसा मार्ग केवल वायु मार्ग से जुड़ा हुआ है जिसके लिए उचित मौसम / दृश्यता खुला रहना आवश्यक है। खराब मौसम के कारण तीर्थयात्रियों को सभी स्थानों पर देरी (दिनों के लिए हो सकती है) का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
आपातकालीन स्थिति में, कृपया भारतीय दूतावास, काठमांडू से संपर्क करें
अताशे (कांसुलर)
श्री तरुण रहेजा (+9779851107021)
अताशे (कांसुलर)
श्री आर के दुबे (+9779851107022)
द्वितीय सचिव (कांसुलर)
श्री के टी खम्पा (+9779851155007)
द्वितीय सचिव (कांसुलर)
श्री ए के ओझा (+9779851155006)