ई-नागरिक / निविदाएं

नेपाल के रास्ते कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए परामर्श

अप्रैल 30, 2018

नेपाल के रास्ते कैलाश मानसरोवर यात्रा (KMY) की यात्रा करने वाले भारतीय नागरिक निम्न पर ध्यान दें :

  • उन्हें अपनी यात्रा शुरू करने से पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके पास उपयुक्त चीनी वीजा और तिब्बत के लिए यात्रा परमिट है। चीनी वीजा नई दिल्ली में चीन के दूतावास से प्राप्त किया जाना है न कि काठमांडू में चीन के दूतावास से।
  • उन्हें ध्यान देना चाहिए कि वे नेपाल में सिमिकोट और हिलसा के रास्ते यात्रा कर रहे होंगे। इन दोनों स्थानों पर अपर्याप्त पर्यटक / चिकित्सा मूलभूत व्यवस्थाएँ है और मौसम के खराब होने का खतरा है, जिससे आने-जाने के लिए उड़ानें बाधित हो जाती हैं।
  • यात्रा पर जाने से पहले उन्हें चिकित्सकीय जांच करवानी चाहिए। उन्हें हाई एल्टीट्यूड सिकनेस और अन्य जीवन रक्षक दवाओं सहित कम से कम दस दिन की दवा रखनी चाहिए।
  • उन्हें ध्यान देना चाहिए कि सिमिकोट और हिलसा में एटीएम की सुविधा नहीं है और इस तरह उनके पास पर्याप्त नकदी (भारतीय रुपए में, जो नेपाल में भी इस्तेमाल की जाती है; साथ ही कुछ चीनी युआन, तिब्बती भाग के लिए भी) होने चाहिए।
  • उन्हें अंतर्राष्ट्रीय रोमिंग सुविधाओं के साथ एक भारतीय सिम कार्ड ले जाना चाहिए, साथ ही नेपाल में स्थानीय सिम कार्ड खरीदना चाहिए (अच्छा हो कि एनटीसी, जो सिमिकोट में 3 जी सुविधा प्रदान करता है)।
  • वे व्हाट्सएप, वाइबर, वीचैट जैसे मैसेजिंग एप्लिकेशन डाउनलोड कर सकते हैं - ताकि वे खराब / बिना मोबाइल कनेक्टिविटी वाले स्थानों से भी निरंतर संचार में रह सकते हैं, लेकिन वाई-फाई की सुविधा होनी चाहिये।
  • उन्हें अपने टूर ऑपरेटरों और उनके एजेंटों के संपर्क नंबर, साथ ही भारतीय दूतावास, काठमांडू के आपातकालीन संपर्क नंबर - (क) श्री. प्रणव गणेश, प्रथम सचिव (कांसुलर): 9851107006; (ख) श्री. तरुण कुमार, अताशे (कांसुलर): 9851107021; (ग) श्री. राजेश झा, सहायक (कांसुलर): 9818832398; (घ) श्री. सुशील गुप्ता, दूतावास प्रतिनिधि (नेपालगंज): 9856020427; (ङ)) श्री. जनक शाही, दूतावास प्रतिनिधि (सिमिकोत / हिलसा): 9858321049; (च) आपातकालीन नंबर: 9851165140, को ले जाना चाहिए।
  • उन्हें पूर्णिमा की तिथि के आसपास बुकिंग से बचना चाहिए चूंकि इस अवधि के दौरान ओवरबुकिंग होती है। इससे सिमिकोट और हिलसा में अपर्याप्त बुनियादी सुविधाओं या खराब मौसम की वजह से उड़ान रद्द होने के कारण तीर्थयात्रियों को कई दिनों तक फंसे रहना पड़ता है।
  • उन्हें किसी भी अन्य धार्मिक स्थानों और सामान्य यात्रा के मार्ग से अलग मार्गों पर जाने के लिए चक्करदार मार्ग से बचना चाहिए। उन्हें पहाड़ी इलाकों में ट्रैकिंग के दौरान उचित देखभाल करनी चाहिए और अपनी हिफ़ाज़त और सुरक्षा के लिए फोटोग्राफी (सेल्फी आदि) से बचना चाहिए।
****