यात्रायें

Detail

वियतनाम की आधिकारिक यात्रा के दौरान उपराष्ट्रपति द्वारा प्रेस वक्तव्य

मई 10, 2019

महामहिम मैडम डांग थी न्गोक थिन्ह, सोशलिस्ट रिपब्लिक ऑफ वियतनाम की उपाध्यक्ष
मीडिया के सदस्य,
देवियो और सज्जनों,

क्सिन चाओ


महामहिम, मेरे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के स्वागत और गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए धन्यवाद। मैं रविवार को मनाए जाने वाले वेसाक के शुभ दिन के लिए वियतनाम के लोगों को शुभकामनाएं देना चाहूंगा। मैं वियतनाम के मैत्रीपूर्ण लोगों के लिए बुद्ध की धरती से हार्दिक बधाई लेकर आया हूं।

एक सभ्य मित्र और भरोसेमंद साथी, तथा भारत की एक्ट ईस्ट नीति के रणनीतिक स्तम्भ एवं आसियान में हमारे प्रमुख वार्ताकार, वियतनाम की धरती पर आकर मैं बहुत खुश हूँ।दोनों पक्षों की ओर से उच्चस्तरीय यात्राओं का आदान-प्रदान व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने की दोनों देशों की प्रतिबद्धता का स्पष्ट संकेत है।

आज, भारत और वियतनाम के बीच आपसी विश्वास, समझतथाक्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों के सम्मिलन पर आधारित एक मजबूत द्विपक्षीय संबंध हैं।

बौद्ध धर्म हमारे लोगों और दोनों राष्ट्रों को जोड़ने वाला एक मजबूत बंधन रहा है। भगवान बुद्ध के शांति और करुणा के संदेश के साथ दो सहस्राब्दी पूर्व भारतीय इस खूबसूरत देश के तट पर आए थे। चंपा सभ्यता के अवशेष लोगों, वस्तुओं, विचारों और दर्शन के आदान-प्रदान को दर्शाते हैं। हा नाम प्रांत में वेसाक समारोह के 16वें संयुक्त राष्ट्र दिवस पर इस रविवार को मुख्य भाषण देने के लिए मुझे आमंत्रित किए जाने से मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूँ।

आज सुबह उपराष्ट्रपति डांग थी न्गोक थिन्ह के साथ मेरी बातचीत व्यापक और उत्पादक थी। हमारी चर्चाओं में द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग की पूरी श्रृंखला शामिल रही। हम रक्षा और सुरक्षा, परमाणु ऊर्जा और बाहरी अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, तेल एवं गैस, नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढांचे के विकास, कृषि और नवाचार-आधारित क्षेत्रों में अपने द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने पर सहमत हुए हैं।

द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा सहयोग मजबूत हैं तथा हम इसे और प्रगाढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत वियतनामी सशस्त्र बलों को व्यापक और निरंतर प्रशिक्षण सहायता प्रदान कर रहा है और वियतनामी बॉर्डर गार्ड के लिए उच्च गति के गश्ती जहाजों के निर्माण के लिए 100 मिलियनअमेरिकी डॉलर के लाइन ऑफ़ क्रेडिट के कार्यान्वयन का काम संतोषजनक ढंग से प्रगति कर रहा है। हमने 2016 में प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान घोषित रक्षा उद्योग सहयोग के लिए 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर के लाइन ऑफ़ क्रेडिट के कार्यान्वयन की भी समीक्षा की।

पिछले कुछ वर्षों के दौरान हमारी द्विपक्षीय आर्थिक भागीदारी काफी मजबूत हुई है और हमने अपने देशों और इस क्षेत्र में बढ़ते अवसरों का दोहन करने के लिए अपने व्यापार और उद्योग को सुविधाजनक बनाने के साधनों पर चर्चा की। हमारा द्विपक्षीय व्यापार पिछले साल लगभग 14 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा जो तीन साल पहले के 7.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर से लगभग दोगुना था।मुझे विश्वास है कि हम 2020 तक 15 बिलियन अमेरिकी डॉलर के अपने द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य को अवश्य प्राप्त कर लेंगे। मैं दोनों देशों के बीच सीधे हवाई संपर्क की आशा करता हूं और भारतीय नागरिक उड्डयन वाहक इंडिगो इस साल के अंत तक भारत और वियतनाम के बीच सीधी उड़ान शुरू करनेजा रहा है।यह कदम द्विपक्षीय व्यापार और पर्यटन के आदान-प्रदान को बढ़ाने में लंबा रास्ता तय करेगा।

आज सुबह हमारी चर्चा के दौरान, हमने राष्ट्रीय संप्रभुता और अंतर्राष्ट्रीय कानून का सम्मान करते हुए एक शांतिपूर्ण और समृद्ध इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के निर्माण के महत्व को दोहराया। हमें उम्मीद है कि संबंधित देश दक्षिण चीन सागर में एक आचार संहिता पर आम सहमति बना पाने में सक्षम हैं। हम दोनों एक स्वतंत्र, पारदर्शी, समावेशी और नियमों पर आधारित क्षेत्रीय वास्तुकला के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं, जो कि नौपरिवहन तथा उड्डयन की स्वतंत्रता, बेरोक-टोक आर्थिक गतिविधियों तथा अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार विवादों के शांतिपूर्ण समाधान पर आधारित है।

मैं प्रधानमंत्री, महामहिम गुयेन क्सुआन फुक और नेशनल असेंबली के अध्यक्ष, महामहिम गुयेन थी किम नगन के साथ अपने संबंधों के लिए उत्सुक हूं। मुझे यकीन है कि उनके साथ मेरी बातचीत हमारे द्विपक्षीय सहयोग को एक नई दिशा, गति और सार प्रदान करेगी।

व्यापक रणनीतिक साझेदारों के रूप में, वियतनाम का एक विश्वसनीय विकासात्मक भागीदार होने की हमारी प्रतिबद्धता पहले की तुलना में अधिक मजबूत है। कुआंग निन्ह प्रांत में चल रहा जयपुर फुट आर्टिफिशियल लिम्ब फिटमेंट कैंप इसका एक बड़ा उदाहरण है। महात्मा गांधी की 150वींजयंती के उपलक्ष्य में आयोजित ‘इंडिया फॉर ह्यूमैनिटी’कार्यक्रम के तहत,भारत सरकार वियतनाम के कुआंग निन्ह और येन बाई प्रांत में जयपुर फुट कैंप के आयोजन को सहयोग कर रही है।

हम आईटीईसी कार्यक्रम और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद द्वारा प्रदान की जा रही लंबी और छोटी अवधि की छात्रवृत्ति और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को जारी रखेंगे। इन कार्यक्रमों को कृषि क्षेत्र में सबसे प्रभावी रूप से उपयोग किया गया है, जिससे वियतनामी लोगों के जीवन में एक ठोस अंतर आया है।

महामहिम,

आप एक उदार और विनीत मेजबान रहे हैं।मैं भारत आने के लिए महामहिम को आमंत्रित करता हूं और भारत में आपका स्वागत करना मेरी खुशी होगी।

क्सिन कैमोन

हनोई
10 मई, 2019



टिप्पणियाँ

टिप्पणी पोस्ट करें

  • नाम *
    ई - मेल *
  • आपकी टिप्पणी लिखें *
  • सत्यापन कोड * पुष्टि संख्या