विदेश सचिव श्री विजय गोखले : प्रधानमंत्री की आज दिन के प्रारंभ में प्रधानमंत्री आबे और राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई, यह एक अत्यंत सौहार्दपूर्ण बैठक थी और अत्यंत मैत्रीपूर्ण वातावरण में हुई।
राष्ट्रपति ट्रम्प और प्रधानमंत्री आबे ने हमारे प्रधानमंत्री द्वारा किए जा रहे सुधार और विकास कार्यों के लिए उनकी सराहना की तथा तीनों नेताओं ने भारत-प्रशांत पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
वे सभी सहमत थे कि क्षेत्र की शांति और समृद्धि के लिए एक मुक्त, खुली, अंतर्वेशी और नियम आधारित व्यवस्था अनिवार्य है। प्रधानमंत्री ने इस संबंध में कुछ विचार प्रस्तुत किए कि किस प्रकार हमें भारत-प्रशांत की अवधारणा को आगे ले जाना चाहिए और किस प्रकार तीनों देश इस
अवधारणा को प्रोत्साहित करने के लिए कार्य कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से यह मह्सूस किया कि तीनों देशों के लिए यह आवश्यक है कि वे सभी हितधारकों तक पहुंचे ताकि उन्हें भारत-प्रशांत कार्यनीति और इन देशों के लिए उसके लाभों के बारे में बताया जा सके।
नेतागण आसियान की केंद्रीय भूमिका पर भी सहमत हुए तथा सामुद्रिक और संयोजनता के मुद्दों पर कार्य करने और इस संबंध मे प्रयासों को अधिक सक्रिय बनाने पर भी सहमत हुए।
सभी तीनों नेताओं ने यह महसूस किया कि ऐसी बैठकें उपयोगी हैं और आने वाली जी20 बैठकों के दौरान भी इन्हें जारी रखा जाना चाहिए और समग्र रूप से वहां अत्यंत सकारात्मक माहौल था तथा इस प्रथम त्रिपक्षीय बैठक, जापान-अमेरिका-भारत त्रिपक्षीय बैठक का परिणाम बहुत ही प्रोत्साहनजनक
रहा है और अन्य दोनों नेता भी इसके परिणाम से अत्यंत प्रसन्न थे।
धन्यवाद।