यात्रायें

Detail

कज़ाखस्तान की यात्रा के दौरान अस्थाना में विदेश मंत्री द्वारा प्रैस वक्तव्य

अगस्त 03, 2018

महामहिम श्री कैरत अब्द्राखमानोव, कज़ाखस्तान गणराज्य, के विदेश मंत्री,
मीडिया के सदस्य,
सलेमेतसिजदरमे, नमस्कार


मुझे कज़ाखस्तानके इस खूबसूरत देश में होने पर खुशी है। मेरी महामहिम श्री कैरत अब्द्राखमानोव के साथ विस्तृत और उपयोगी वार्ताएं हुईं हैं ।

हमने पारस्परिक हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की हैं । हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति का जायजा लिया। कज़ाखस्तान के साथ भारत के संबंध सदियों पुरानी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों की मजबूत नींव पर बने हैं। भारत और कज़ाखस्तानदोनों ने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंधों के सभी क्षेत्रों में बहुआयामी सहयोग विकसित किया है और 2009 से रणनीतिक साझेदार हैं।

भारत कज़ाखस्तानके साथ अपने मैत्रीपूर्ण संबंधों को और अधिक सुदृढ़ करना चाहता है। आज, भारत दुनिया की सर्वाधिक तेजी से बढ़ती हुए विशाल अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है। यह विनिर्माण और नवाचार के लिए एक वैश्विक केंद्र है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, भारत ने "मेक इन इंडिया", "डिजिटल इंडिया", "क्लीन इंडिया", स्टार्ट अप इंडिया, 100 स्मार्ट शहर आदि जैसे अनेक प्रमुख कार्यक्रम शुरू किए हैं। मैंने विदेश मंत्री अब्द्राखमानोव के साथ यह साझा किया कि डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के अनेक कारक हैं जो कज़ाखस्तान के अपने डिजिटल कार्यक्रम के हित में हो सकते है।

मैंने विदेश मंत्री श्री अब्द्राखमानोव के साथ कजाखस्तान के साथ नए उत्पादों के लिए बाजार तलाशने, दोनों देशों के बीच पारंपरिक उत्पादों में विविधता लाकर व्यापार को गति प्रदान करने में साझेदारी करने पर चर्चा की है ।

कृषि उत्पादों, खाद्य प्रसंस्करण, फार्माक्यूटिकल्, ऊर्जा और रसायन जैसे क्षेत्रों में संभावनाएं तलाशने की आवश्यकता है।

भारत की इस क्षेत्र के साथ संयोजकता बढ़ाने को मंशा है। भारत ने, दिसंबर 2017 में, टीआईआर सम्मेलन किया और फरवरी 2018 में, भारत अशगबत समझौते में शामिल हो गया। अंतर्राष्ट्रीय उत्तर दक्षिण परिवहन गलियारा [आईएनएसटीसी] गति प्राप्त कर रहा है और सदस्य राष्ट्र गलियारे को लोकप्रिय बनाने के लिए एकजुट होकर काम कर रहे हैं।दोनों देशों का क्षमता निर्माण में सहयोग बढ़ रहा है। कज़ाखस्तान के व्यावसायिक और छात्र आईसीआरआर और विविध क्षेत्रों में भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग [आईटीईसी] कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष भारत में छात्रवृत्ति पर पाठ्यक्रम कर रहे हैं ।

लोगों को संपर्क बनाने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए , भारत ने फरवरी 2018 से कज़ाकिस्तान के नागरिकों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वीज़ा प्रणाली बनाई है। महामहिम राष्ट्रपति नज़रबायव के समर्थक नेतृत्व के लिए धन्यवाद। हमने पहले से ही भारतीयों कीकज़ाखस्तानमें यात्रा सुकर करने में कई सकारात्मक परिवर्तन देखें हैं।

दोनों विदेश मंत्री अब्द्राखमानोव और मैंने सुदृढ़ बुनियाद पर आधारित हमारे रक्षा सहयोग को और मजबूत करने के लिए अपनी रुचि व्यक्त की है। हमारे रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग में विगत दो वर्षों में तेजी आई है। कज़ाख सशस्त्र बल इकाई ने शांति नियंत्रण संचालन पर भारत में प्रशिक्षण प्राप्त किया और वर्तमान में भारतीय सेना की एक मोबाइल प्रशिक्षण टीम अल्माटी में कज़ाख कर्मियों को प्रशिक्षण दे रही है।

मैंने, भारतीय समुदाय के साथ कल बातचीत की थी। आज, इस बैठक के बाद, मैं कजाखस्तान गणराज्य के प्रधानमंत्री, महामहिम श्री बकिट्ज़ान सगींतयव से भेंट करूंगी । मैं विदेश मंत्री श्री अब्द्राखमानोव का उनके गर्मजोशी से अभिनन्दन करने और उदार आतिथ्य के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं। मैं निकट भविष्य में उनका भारत में स्वागत करने की आशा करती हूं।

रखमेत, धन्यवाद !



टिप्पणियाँ

टिप्पणी पोस्ट करें

  • नाम *
    ई - मेल *
  • आपकी टिप्पणी लिखें *
  • सत्यापन कोड * पुष्टि संख्या