द स्टेट्स्मैन
तीन मिलियन से अधिक संख्या में विद्यमान भारतीय-अमेरिकी समुदाय संयुक्त राज्य में न केवल सर्वाधिक प्रेरणादायक समुदाय है बल्कि उनके अतुलनीय गतिविधियों में उनके राजनैतिक प्रभावों को सुनिश्चित बना दिया है और इसमें अत्याधिक वृद्धि भी आयी है, ओबामा प्रशासन के
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था।
संयुक्त राज्य के सहायक राजकीय सचिव दक्षिण एवं मध्य एशिया, श्री रॉंबर्ट ब्लेक ने अमेरिकी–भारत फाउण्डेशन (ए आई एफ) के द्वारा वाशिंगटन डी सी में आयोजित एक वर्षिक समारोह के अवसर पर अपने प्रमुख भाषण में कहा था कि भारतीयों को आज प्रत्येक सार्वजनिक मंच पर देखा
जा रहा है चाहे वह राजनीति हो, शैक्षणिक हो अथवा व्यवसायिक।
‘‘यहां पर कोई भी सामुदायिक विस्तार ऐसा नहीं है जो भारतीय अमरीकी समुदाय से अधिक सफल एवं प्रेरणादायी हो'' उन्होंने कहा था।
वर्ष, 2008 में संयुक्त राज्य के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री बिल क्लिंटन की पहल पर स्थापित किया गया ए आई एफ एक अग्रणी विकासगत संगठन है जो भारतीयों की सहायता पर केन्द्रित है। श्री क्लिंटन इसके एक मानद अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाये प्रदान कर रहे है। भारतीय
अमरीकी लोग संयुक्त राज्य के सभी समूहों में यदि प्रतिव्यक्ति आय में सर्वोच्च स्तर पर नहीं है तो भी वे सर्वोच्च हैं, उन्होंने कहा था।
‘‘भारतीय अमरीकी अपने बढ़ते हुए प्रभावों को देख रहे हैं चाहे वह लूसियाना के राज्यपाल अथवा दक्षिण कैरोलीना के राज्यपाल निक्की हेली जैसे राजनैतिक सितारों का चुनाव हो, वे आपको सरकार के प्रत्येक स्तरों पर व्यवसायिक, शैक्षणिक और अन्य सभी ओर वे लोग उच्चतम
स्तर पर देखने को मिलेंगे'' श्री ब्लैक ने एक समारोह के अपने संबोधन में कहा था कि जिसका आयोजन सुप्रसिद्ध भारतीय अमेरिकी श्री रणवीर त्रेहन को उनके द्वारा किये गये मानवीय परोपकार के लिए उन्हें पुरस्कार प्रदान करने हेतु किया गया था।
"अत: प्रभाव अत्याधिक व्यापक है, अधिक महत्वपूर्ण यह है कि अब यदि आप भारत सम्मेलन की वृद्धि पर एक नजर डालेंगे तो पायेंगे कि कैपिटोल हिल पर यह सर्वाधिक प्रभावशाली सम्मेलन है। इसका कारण उनके सक्रियतावाद और भारतीय अमेरिकी समुदाय की ऊर्जा है'' उन्होंने कहा
था।
लगभग एक पक्ष पूर्व प्रतिनिधि सभा में भारतीय समूह और सीनेट भारत दल की मेजबानी में संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय राजदूत सुश्री निरुपमा राव के सम्मान में आयोजित किये गये एक प्रीतिभोज जिसमें अमेरिकी कानून निर्माताओं की एक विशाल संख्या द्वारा भाग लिया गया
था।
श्री ब्लैक जिन्होंने इसके पूर्व भारत और श्रीलंका में अपनी सेवायें प्रदान की थीं और अब संयुक्त राज्य सरकार में दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए एक प्वाइंटमैन की भूमिका निभा रहे हैं, उन्होंने कहा था कि भारत तथा दक्षिण एशिया के अन्य सभी स्थानों में प्राप्त
उनके अनुभवों ने उन्हें सिखाया है कि उनकी प्रतिभा और संसाधनों को उत्तोलक प्रदान करने के प्रयासों से इस समुदाय के साथ अधिक निकटता के साथ कार्य करने के लिए संयुक्त राज्य को अत्यधिक अवसर प्राप्त होंगे।
(व्यक्त किये गये उपरोक्त विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं)