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भारत-यूएई वर्चुअल शिखर सम्मेलन

फरवरी 16, 2022

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त अरब अमीरात-यूएई के शहजादे और वहां के सशस्त्र बलों के सर्वोच्च उप कमांडर,महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान 18 फरवरी, 2022 को एक आभासी शिखर सम्मेलन करेंगे। इस सम्मेलन में दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और मित्रतापूर्ण संबधों के बारे में एक ऐसे समय में भविष्य के प्रति एक व्यापक दृष्टिकोण रखे जाने की उम्मीद है जब भारत अपनी आजादी के 75 साल के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और यूएई अपनी स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मना रहा है

दोनों नेता द्विपक्षीय सहयोग पर भी चर्चा करेंगे और आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।

हाल के वर्षों में, भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच द्विपक्षीय संबंध सभी क्षेत्रों में मजबूत हुए हैं, और दोनों पक्षों ने एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी शुरू की है। प्रधान मंत्री ने 2015, 2018 और 2019 में यूएई का दौरा किया, जबकि शहजादे ने 2016 और 2017 में भारत का दौरा किया। दोनों पक्षों के बीच मंत्रिस्तरीय दौरे भी जारी रहे, जिसमें विदेश मंत्री की तीन यात्राएं और वाणिज्य और उद्योग मंत्री की-2021 की यात्रा शामिल है।

दोनों पक्षों ने स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कोविड-19 महामारी के दौरान निकट सहयोग किया है। द्विपक्षीय व्यापार, निवेश और ऊर्जा संबंध मजबूत बने रहे हैं। दोनों पक्ष अक्षय ऊर्जा, स्टार्ट-अप, फिनटेक आदि के नए क्षेत्रों में भी अपने सहयोग को मजबूत कर रहे हैं।भारत दुबई एक्सपो-2020 में भाग ले रहा है। उसका मंडप सबसे बडे मंडपों में से एक है।

व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) द्विपक्षीय संबंधों की दिशा में एक प्रमुख पहल है। सीईपीए के लिए बातचीत सितंबर 2021 में शुरू की गई थी जो अब पूरी हो चुकी है। यह समझौता भारत-यूएई आर्थिक और वाणिज्यिक जुड़ाव को अगले स्तर पर ले जाएगा। संयुक्त अरब अमीरात भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है,और इसके साथ द्विपक्षीय व्यापार और निवेश के संबंधों में महत्वपूर्ण वृद्धि देखे जाने की उम्मीद है।

यूएई में काफी बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं। जिनकी संख्या 35 लाख के करीब है। प्रधानमंत्री ने महामारी के दौरान इस भारतीय समुदाय की मदद करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात के नेतृत्व की सराहना की है। यूएई भी उसकी प्रगति में भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना करता रहा है। दोनों पक्षों ने महामारी के दौरान 2020 में एक एयर बबल व्यवस्था पर सहमति व्यक्त की थी, जिसने कोविड -19 द्वारा उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद दोनों देशों के बीच लोगों की आवाजाही को सक्षम बनाये रखा है।

नई दिल्ली
फरवरी 16, 2022



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