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भारत-बांग्लादेश वर्चुअल शिखर सम्मेलन पर संयुक्त वक्तव्य

दिसम्बर 17, 2020

1. भारत गणराज्य के प्रधानमंत्री महामहिम श्री नरेंद्र मोदी तथा पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ़ बांग्लादेश की प्रधानमंत्री महामहिम शेख हसीना ने 17 दिसंबर 2020 को आभासी प्रारूप में एक शिखर सम्मेलन का आयोजन किया। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर व्यापक चर्चा की, और क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

भारत-बांग्लादेश साझेदारी

2. दोनों प्रधानमंत्रियों ने इतिहास, संस्कृति, भाषा, एवं अन्य विशिष्ट समानताओं पर आधारित द्विपक्षीय संबंधों की वर्तमान स्थिति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि बांग्लादेश और भारत के सम्बन्ध भाईचारे पर आधारित हैं जिसका प्रभाव संप्रभुता, समानता, विश्वास और समझ के आधार पर बनी सर्वव्यापी साझेदारी पर है जो रणनीतिक साझेदारी को ऊंचाई देता है। उन्होंने 1971 में महान बलिदान देने वाले बांग्लादेश मुक्ति संग्राम, मुक्ति जोद्धाओं और भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने दोनों मित्र देशों के लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप लोकतंत्र और समानता के पोषित मूल्यों को बनाए रखने और उनकी रक्षा करने की प्रतिज्ञा ली।

3. दोनों नेताओं ने अक्टूबर 2019 में प्रधानमंत्री शेख हसीना की दिल्ली की आधिकारिक यात्रा के दौरान लिए गए विभिन्न फैसलों की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। दोनों पक्षों ने सितंबर 2020 में आयोजित संयुक्त सलाहकार आयोग की छठी बैठक के सफल आयोजन पर भी चर्चा की।

स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग- वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती का समाधान करना

4. दोनों पक्षों ने अपने-अपने देशों में चल रहे कोविड-19 महामारी की स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया और इस संकट के दौरान भी दोनों देशों के बीच निरंतर जुड़ाव बनाए रखने के तरीके पर संतोष व्यक्त किया। भारत की नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी के तहत भारत द्वारा बांग्लादेश को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात दोहराते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आश्वासन दिया कि भारत में जैसे ही टीकों का उत्पादन किया जाने लगेगा, उन्हें तुरंत बांग्लादेश को उपलब्ध कराया जाएगा। दोनों नेताओं ने इस क्षेत्र में निजी क्षेत्र के बीच चल रहे द्विपक्षीय सहयोग पर भी ध्यान आकृष्ट किया।

5. भारत ने चिकित्सा संबंधी सहयोग तथा टीके के उत्पादन में साझेदारी की भी पेशकश की। बांग्लादेश ने चिकित्सा पेशेवरों के लिए बंगला भाषा में क्षमता पाठ्यक्रमों के संचालन के लिए भारत की सराहना की।

सांस्कृतिक सहयोग- ऐतिहासिक संपर्कों का संयुक्त उत्सव

6. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने वर्तमान में चल रहे ‘मुजीब बोर्शो’ के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन में भारत की गर्मजोशी की तहे दिल से सराहना की। बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी के अवसर पर भारत सरकार द्वारा जारी एक स्मारक डाक टिकट का दोनों प्रधानमंत्रियों ने संयुक्त रूप से अनावरण किया। इससे पहले सितंबर 2020 में गांधीजी की 150वीं जयंती समारोह के अवसर पर महात्मा गांधी के सम्मान में एक डाक टिकट जारी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश सरकार को धन्यवाद दिया।

7. इस मौके पर, 20वीं शताब्दी के दो महान नेताओं, महात्मा गांधी और बंगबंधु की स्मृति में डिजिटल प्रदर्शनी पर एक परिचयात्मक वीडियो को भी प्रदर्शित किया गया। दोनों नेताओं ने उम्मीद जताई कि यह प्रदर्शनी, जिसे बांग्लादेश और भारत के विभिन्न शहरों और दुनिया भर के चुनिन्दा शहरों में तथा साथ ही संयुक्त राष्ट्र में प्रदर्शित किया जाएगा, दुनिया भर में न्याय, समानता और अहिंसा के मूल्यों को प्रेरित करेगी, विशेषकर युवाओं में।

8. दोनों पक्षों ने ध्यान दिलाया किया कि भारतीय फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल के निर्देशन में बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान पर एक बायोपिक का फिल्मांकन जनवरी 2021 में शुरू होगा। 9. इस बात को मद्देनज़र रखते हुए कि वर्ष 2021 भारत-बांग्लादेश के द्विपक्षीय संबंधों में ऐतिहासिक होगा, क्योंकि इस वर्ष दोनों देश मुक्ति संग्राम तथा भारत और बांग्लादेश के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की पचासवीं वर्षगांठ का उत्सव मनाएंगे, इस बात पर सहमति हुई कि इन दोनों अवसरों को मनाने के लिए संयुक्त रूप से कई गतिविधियों को भारत, बांग्लादेश और तीसरे देशों में आयोजित किया जाएगा।

10. बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के दौरान बांग्लादेश-भारत सीमा पर मुजीब नगर से नोदिया तक की सड़क के ऐतिहासिक महत्व को याद करते हुए बांग्लादेशी प्रधानमंत्री ने भारतीय पक्ष से इस सड़क का नाम "शाधिनोता शोरोक” रखने के बांग्लादेश के प्रस्ताव पर विचार करने का अनुरोध किया।

11. दोनों पक्षों ने संस्कृति, शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, युवाओं और खेल तथा जन मीडिया को बढ़ावा देने के लिए समूहों के नियमित आदान-प्रदान को जारी रखने की बात दोहरायी।

सीमा प्रबंधन और सुरक्षा सहयोग

12. दोनों पक्ष संयुक्त सीमा सम्मेलन की एक शुरुआती बैठक आयोजित करने पर सहमत हुए, ताकि तय सीमा के अनुसार परिसीमन को अंतिम रूप देने के लिए इच्छामाटी, कालिंदी, रायमंगोल और हरिभंगा नदियों के मुख्य स्तंभ 1 से लेकर भूमि सीमा टर्मिनस तक, मानचित्र पट्टी का एक नया सेट तैयार किया जा सके। कुहशियारा नदी के साथ लगने वाली अंतर्राष्ट्रीय सीमा को एक निश्चित सीमा में परिवर्तित करने के लिए आवश्यक कार्य शुरू करने पर भी सहमति हुई।

13. बांग्लादेश पक्ष ने राजशाही जिले के पास पद्मा नदी के साथ नदी मार्ग से 1.3 किमी ‘इनोसेंट पैसेज’ के लिए अपना अनुरोध दोहराया। भारतीय पक्ष ने अनुरोध पर विचार करने का आश्वासन दिया।

14. दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सभी लंबित क्षेत्रों में बाड़ लगाने का काम पूरा करने पर सहमति व्यक्त की, जिसकी शुरुआत त्रिपुरा (भारत)-बांग्लादेश सेक्टर से की जाएगी। दोनों नेता इस बात पर भी एकमत रहे कि सीमा पर नागरिकों की जान जाना चिंता का विषय है और सीमा बलों को निर्देश दिया कि वे सीमा पर इस तरह की घटनाओं को शून्य पर लाने के लिए समन्वित उपायों को बढ़ाएं। नेताओं ने वर्तमान में चल रहे समन्वित सीमा प्रबंधन योजना के पूर्ण कार्यान्वयन पर जोर दिया। दोनों पक्षों ने हथियारों, नशीले पदार्थों और नकली मुद्रा की तस्करी के खिलाफ तथा विशेषकर महिलाओं और बच्चों की तस्करी को रोकने के लिए दोनों सीमा सुरक्षा बलों द्वारा किये गए हालिया उपायों पर संतोष व्यक्त किया।

15. इस बात को ध्यान में रखते हुए कि बांग्लादेश और भारत प्राकृतिक आपदाओं के लगातार शिकार बनते रहे हैं, दोनों नेताओं ने दोनों पक्षों के अधिकारियों को आपदा प्रबंधन सहयोग के क्षेत्र में समझौता ज्ञापन को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।

16. इस बात को स्वीकार करते हुए कि आतंकवाद वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है, दोनों पक्षों ने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद को समाप्त करने के लिए अपनी मजबूत प्रतिबद्धता दोहराई।

17. दोनों पक्षों ने दोनों देशों के बीच लोगों के आवागमन को सरल बनाने पर जोर दिया। बांग्लादेशी पक्ष ने वैध दस्तावेजों पर यात्रा करने वाले बांग्लादेशी यात्रियों के लिए भारत में भूमि बंदरगाहों से प्रवेश/निकास पर लगे शेष प्रतिबंधों को चरणबद्ध तरीके से हटाने की भारत की प्रतिबद्धता को जल्द लागू करने का अनुरोध किया जिसकी शुरुआत अखौरा (त्रिपुरा) और घोजाडांगा (पश्चिम बंगाल) के चेकपॉइंट से की जाए।

प्रगति के लिए व्यापार साझेदारी

18. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने साफ्टा के तहत 2011 से ही भारत में बांग्लादेशी निर्यात को दी गई ड्यूटी फ्री और कोटा फ्री पहुँच की सराहना की। दोनों प्रधानमंत्रियों ने पोर्ट प्रतिबंधों, प्रक्रियागत बाधाओं और क्वारंटाइन प्रतिबंधों सहित गैर-टैरिफ बाधाओं और व्यापार सुगमता के मुद्दों को हल करने पर जोर दिया ताकि दोनों देश साफ्टा के लचीलेपन का पूरा लाभ उठा सकें। बांग्लादेश पक्ष ने अनुरोध किया कि चूंकि बांग्लादेश को भारत की आवश्यक वस्तुओं का निर्यात उनके घरेलू बाजार को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है, इसलिए भारत सरकार के निर्यात-आयात नीति में किसी भी संशोधन को पहले ही सूचित किया जाए। भारतीय पक्ष ने इस अनुरोध को अपने संज्ञान में लिया।

19. दोनों नेताओं ने मौजूदा रेल मार्गों से साइड-डोर कंटेनर और पार्सल ट्रेनों का उपयोग करके द्विपक्षीय व्यापार की सुविधा बहाल रखने सहित कोविड-19 के दौरान निर्बाध आपूर्ति श्रृंखला को बनाए रखने में किए गए सहयोग के लिए व्यापार और रेलवे अधिकारियों की सराहना की।

20. द्विपक्षीय आर्थिक और वाणिज्यिक संबंधों की अपार संभावनाओं को स्वीकार करते हुए, दोनों प्रधानमंत्रियों ने अधिकारियों को द्विपक्षीय व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) में प्रवेश करने की संभावनाओं पर चल रहे संयुक्त अध्ययन का शीघ्रता से समापन करने का निर्देश दिया।

21. इस साल की शुरुआत में, भारत-बांग्लादेश कपड़ा उद्योग मंच की पहली बैठक का स्वागत करते हुए, नेताओं ने कपड़ा क्षेत्र में बढ़ते संपर्क और सहयोग के महत्व पर जोर दिया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे भारत सरकार के कपड़ा मंत्रालय तथा बांग्लादेश सरकार के कपड़ा और जूट मंत्रालय के बीच समझौता ज्ञापन पर चल रही बातचीत को जल्द से जल्द पूरा करें। उन्होंने बांग्लादेश से भारत में जूट उत्पादों के निर्यात पर लगाए गए डंपिंग रोधी/धोखा रोधी करों पर हाल ही में आयोजित परामर्श का स्वागत किया और आशा व्यक्त की कि एडीडी से संबंधित मुद्दों को तेजी से हल किया जाएगा।

समृद्धि के लिए कनेक्टिविटी

22. दोनों प्रधानमंत्रियों ने दोनों राष्ट्रों के बीच 1965 के पूर्व के रेलवे संपर्कों की पुनर्बहाली की दिशा में की गई निरंतर प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने हल्दीबाड़ी (भारत) और चिल्हाटी (बांग्लादेश) के बीच पुनर्बहाल किए गए नए रेलवे संपर्क का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया और कहा कि यह रेलवे संपर्क दोनों पक्षों के बीच व्यापार और लोगों से लोगों के बीच संबंधों को और मजबूत करेगा। कोविड की स्थिति में सुधार होते ही इस लिंक पर ट्रेन के परिचालन का निर्णय लिया गया।

23. दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय कनेक्टिविटी के वर्तमान उपायों का जायजा लिया और हाल ही में इनलैंड वाटर ट्रांजिट एंड ट्रेड (पीआईडब्ल्यूटीटी) पर प्रोटोकॉल के दूसरे परिशिष्ट पर हस्ताक्षर करने सहित हाल की पहलों का स्वागत किया, जिसमें कोलकाता से अगरतला तक, वाया चत्तोग्राम भारतीय माल के पोतांतरण का ट्रायल रन तथा पीआईडब्लूटीटी के तहत सोनामुरा-दाउदकंडी प्रोटोकॉल मार्ग को चालू करना शामिल है। दोनों नेता चत्तोग्राम और मोंगला बंदरगाहों के माध्यम से भारतीय सामानों के पोतांतरण को तेजी से संचालित किये जाने पर सहमत हुए।

24. दोनों देशों के बीच बेहतर संपर्क और यात्रियों तथा सामानों की आवाजाही को आसान बनाने के लिए, दोनों नेताओं ने बीबीआईएन मोटर वाहन समझौते के शीघ्र कार्यान्वयन पर सहमति जताई, जिसके लिए बांग्लादेश, भारत और नेपाल के माल एवं यात्रियों की आवाजाही शुरू करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर में तेज़ी लाने की जरूरत पर बल दिया गया, जिसमें बाद में भूटान के भी शामिल होने का प्रावधान है।

25. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने मौजूदा भारत-म्यांमार-थाईलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग परियोजना में गहरी रुचि व्यक्त की और दक्षिण एवं दक्षिण-पूर्व एशिया के क्षेत्रों के बीच संपर्क बढ़ाने की दृष्टि से इस परियोजना के साथ बांग्लादेश को जोड़ने के लिए भारत से समर्थन की मांग की। इसी भावना के तहत, भारतीय पक्ष ने पश्चिम बंगाल (हिल्ली) से मेघालय (महेंद्रगंज) वाया बांग्लादेश कनेक्टिविटी की अनुमति देने का अनुरोध किया।

26. भारत ने बांग्लादेश की सरकार से भारत और बांग्लादेश के प्रत्येक पड़ोसी राज्यों के बीच न्यूनतम नकारात्मक सूची के साथ कम से कम एक लैंड पोर्ट रखने का अपना अनुरोध दोहराया, जिसकी शुरुआत अगरतला-अखौरा से होगी। बांग्लादेश पक्ष ने प्रस्तावित किया कि एक बार फेनी पुल का काम पूरा हो जाए, तो बांग्लादेशी ट्रक चत्तोग्राम पोर्ट से भारत के उत्तर-पूर्व तक माल के परिवहन के लिए इस ब्रिज का लाभ उठा सकते हैं।

27. दोनों देशों के बीच जीवंत विकास साझेदारी को स्वीकार करते हुए, तथा एलओसी परियोजनाओं को जल्द पूरा करने के लिए उनकी नियमित समीक्षा के लिए दोनों पक्षों ने हाल ही में गठित उच्चस्तरीय निगरानी समिति के सक्रिय संचालन पर जोर दिया, जिसका नेतृत्व बांग्लादेश से आर्थिक संबंध प्रभाग के सचिव तथा ढाका में भारत के उच्चायुक्त कर रहे हैं।

28. दोनों पक्षों ने कोविड-19 महामारी के दौरान दोनों तरफ के यात्रियों की तत्काल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए दोनों पक्षों के बीच एक अस्थायी एयर ट्रेवल बबल शुरू करने पर संतोष व्यक्त किया। बांग्लादेश पक्ष ने भारतीय पक्ष से अनुरोध किया कि वे जल्द से जल्द भूमि बंदरगाहों के माध्यम से भी नियमित यात्रा फिर से शुरू करें।

जल संसाधन, बिजली और ऊर्जा में सहयोग:

29. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 2011 में दोनों सरकारों द्वारा सहमति व्यक्त किए गए तीस्ता जल के बंटवारे के लिए अंतरिम समझौते पर जल्द हस्ताक्षर करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संबंध में भारत सरकार के प्रयासों को जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई।

30. दोनों नेताओं ने छह संयुक्त नदियों, अर्थात्, मनु, मुहुरी, खोवाई, गुमटी, धारला और दूधकुमार के जल के बंटवारे पर अंतरिम समझौते के फ्रेमवर्क को जल्द पूरा करने की आवश्यकता को रेखांकित किया।

31. बांग्लादेश पक्ष ने भारतीय पक्ष से अनुरोध किया कि वे अपने संबंधित सीमा अधिकारियों को कहें कि वे सिंचाई प्रयोजनों के लिए कुशियारा नदी के पानी के उपयोग के लिए रहीमपुरखाल के शेष हिस्से की खुदाई के काम की अनुमति दें। भारतीय पक्ष से यह भी अनुरोध किया गया कि कुशियारा नदी के पानी के बंटवारे के संबंध में संधि/समझौते पर हस्ताक्षर करके दोनों पक्षों द्वारा कुशियारा नदी से पानी की निकासी की निगरानी के लिए दोनों देशों के बीच प्रस्तावित एमओयू पर शीघ्र सहमति प्रदान की जाए। दोनों नेताओं ने संयुक्त नदी आयोग के सकारात्मक योगदान को याद किया और सचिवीय स्तर की जेआरसी की बैठक के अगले दौर को जल्द से जल्द आहूत किये जाने की उम्मीद जताई।

32. दोनों पक्षों ने निजी क्षेत्र सहित बिजली और ऊर्जा क्षेत्र में मजबूत सहयोग पर संतोष व्यक्त किया। भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन, मैत्री सुपर थर्मल पावर परियोजना और अन्य सहित परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाने पर सहमति हुई। दोनों पक्षों ने हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में सहयोग पर फ्रेमवर्क ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर करने का स्वागत किया जो निवेश, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, संयुक्त अध्ययन, प्रशिक्षण और हाइड्रोकार्बन कनेक्टिविटी को बढ़ावा देकर ऊर्जा लिंकेज को और बढ़ाएगा। जैव ईंधन सहित ऊर्जा दक्षता और स्वच्छ ऊर्जा में सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति हुई। हरित, स्वच्छ, ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों की ओर बढ़ने की दोनों देशों की प्रतिबद्धता के अनुरूप, नेपाल और भूटान सहित उप-क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने पर सहमति हुई। दोनों पक्ष बिजली और ऊर्जा कनेक्टिविटी के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने पर भी सहमत हुए।

म्यांमार के राखीने राज्य से जबरन विस्थापित लोग

33. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार के राखीने राज्य से 1.1 मिलियन जबरन विस्थापित व्यक्तियों को आश्रय देने और मानवीय सहायता प्रदान करने में बांग्लादेश की उदारता की सराहना की। दोनों प्रधानमंत्रियों ने उनकी सुरक्षित, शीघ्र और स्थायी वापसी के महत्व को दोहराया। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य के रूप में भारत के चुनाव पर बधाई दी। उन्होंने जबरन विस्थापित रोहिंग्याओं को म्यांमार वापस भेजने में भारत की सहायता पाने की बांग्लादेश की अपेक्षा को व्यक्त किया।

क्षेत्र तथा विश्व में साझेदार

34. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के चुनाव में भारत का समर्थन करने के लिए प्रधानमंत्री शेख हसीना को धन्यवाद दिया। दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के आरंभिक सुधारों, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने, सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की प्राप्ति और प्रवासियों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए साथ मिलकर काम करना जारी रखने पर सहमति व्यक्त की। दोनों प्रधानमंत्रियों ने इस बात पर पुनः जोर दिया कि एजेंडा 2030 में एसडीजी के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि विकसित देश वैश्विक भागीदारी के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करें।

35. दोनों नेताओं ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कोविड-19 के प्रकोप के बाद क्षेत्रीय और वैश्विक आर्थिक परिदृश्यों को देखते हुए, सार्क और बिम्सटेक जैसे क्षेत्रीय संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है। बांग्लादेश के प्रधानमंत्री ने मार्च 2020 में कोविड -19 के प्रकोप के बीच दक्षेस नेताओं का वीडियो सम्मेलन बुलाने के लिए भारतीय प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने दक्षिण एशियाई क्षेत्र में वैश्विक महामारी के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए सार्क आपातकालीन प्रतिक्रिया कोष के निर्माण के प्रस्ताव के लिए भारतीय प्रधानमंत्री को धन्यवाद भी दिया। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने सार्क चिकित्सा और सार्वजनिक स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान की स्थापना के प्रस्ताव को भी दोहराया और इस संबंध में समर्थन मांगा। बांग्लादेश 2021 में आईओआरए की अध्यक्षता करेगा और अधिक से अधिक समुद्री रक्षा एवं सुरक्षा के लिए काम करने के लिए उन्होंने भारत से समर्थन का अनुरोध किया। प्रधानमंत्री मोदी ने वर्तमान कार्यकाल में जलवायु भेद्य मंच पर बांग्लादेश के राष्ट्रपति पद की सराहना की।

36. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने न्यू डेवलपमेंट बैंक के काम की सराहना की और बांग्लादेश को इस संस्था में शामिल होने का आमन्त्रण देने के लिए भारत को धन्यवाद दिया। उसने बुनियादी ढाँचे के विकास सहित कई क्षेत्रों में बैंक के कामकाज का स्वागत किया और इस पहल का हिस्सा बनने की बांग्लादेश की इच्छा व्यक्त की।

द्विपक्षीय दस्तावेजों पर हस्ताक्षर तथा परियोजनाओं का उद्घाटन

37. इस अवसर पर, भारत और बांग्लादेश की सरकारों के अधिकारियों द्वारा निम्नलिखित द्विपक्षीय दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए गए और उनका आदान-प्रदान किया गया:

▪ हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में सहयोग पर फ्रेमवर्क ऑफ अंडरस्टैंडिंग (FOU);
▪ सीमापारीय हाथी संरक्षण पर प्रोटोकॉल;
▪ स्थानीय निकायों एवं अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों के माध्यम से उच्च प्रभाव वाली सामुदायिक विकास परियोजनाओं (HICDP) के कार्यान्वयन के लिए भारतीय अनुदान सहायता के बारे में समझौता ज्ञापन;
▪ बरिशाल सिटी कॉरपोरेशन के लिए लमचोरी क्षेत्र में कचरा/ठोस अपशिष्ट निपटान में सुधार और उपकरण की आपूर्ति पर समझौता ज्ञापन;
▪ भारत-बांग्लादेश सीईओ फोरम के संदर्भ की शर्तें;
▪ राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान स्मारक संग्रहालय, ढाका, बांग्लादेश और राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली, भारत के बीच समझौता ज्ञापन; तथा
▪ कृषि के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन।

निम्नलिखित द्विपक्षीय विकास साझेदारी परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया गया:

• राजशाही शहर में सौंदर्यीकरण और नगर विकास परियोजना;
• खुलना में खालिसपुर कॉलेजिएट बालिका विद्यालय का निर्माण;

38. दोनों प्रधानमंत्रियों ने न्यू नार्मल के बीच इस व्यवस्था के लिए एक-दूसरे को धन्यवाद दिया।

39. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मार्च 2021 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ और बांग्लादेश-भारत के राजनयिक संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित समारोह में शामिल होने के निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।

नई दिल्ली
दिसम्बर 17, 2020



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