राज्यसभा
अतारांकित प्रश्न संख्य़ा 1366
दिनांक 22.09.2020 को उत्तर देने के लिए
भारत के राजनयिक संबंध
1366. श्री प्रसन्न आचार्य:
क्या विदेश मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि :
(क) किन-किन देशों के साथ भारत के राजनयिक संबंध नहीं हैं और इसके क्या कारण हैं; और
(ख) विभिन्न देशों में कितने दूतावास कार्यालय प्रचालन कर रहे हैं और इनमें आज की स्थिति के अनुसार रिक्त पदों की स्थिति सहित कितने संस्वीकृत पद हैं?
उत्तर
विदेश राज्य मंत्री
(श्री वी. मुरलीधरन)
(क) भारत के संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त सभी सदस्य राष्ट्रों के साथ राजनयिक संबंध हैं।
(ख) विभिन्न देशों में भारत के 197 मिशन/केंद्र तथा 3 प्रतिनिधि कार्यालय हैं। भारतीय विदेश सेवा में अधिकारियों की संस्वीकृत संवर्ग नफरी 978 है जिसके निमित्त 815 संवर्ग अधिकारी और 49 अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर हैं। मंत्रालय ने सिविल सेवा परीक्षा 2019 और 2020 के
लिए कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग तथा संघ लोक सेवा आयोग को 48 का मांग-पत्र भेजा है। रिक्तियों की नियमित रूप से समीक्षा की जाती है और अधिकारियों को नियुक्त किया जाता है। सामान्यतः किसी पद से कार्यमुक्त व्यक्तियों के प्रस्थान तथा उन पदों पर नियुक्त व्यक्तियों
के आगमन के बीच का अंतराल न्यूनतम रखा जाता है। लेकिन, क्योंकि तैनाती श्रृंखला में कई अधिकारी शामिल रहते हैं, अतः कुछ अवसरों पर, विदेश स्थित मिशनों/केन्द्रों को अल्पावधिक रिक्तियों का सामना करना पड़ता है। कोविड-19 से जुड़ी परिस्थितियों के कारण भी कार्मिकों की
आवाजाही में अस्थाई विलंब हुआ है। रिक्तियों की सही संख्या निर्धारित करना संभव नहीं है क्योंकि यह एक सतत प्रक्रिया है जिसमें विदेश स्थित हमारे 197 मिशनों/केंद्रों में कुछ अधिकारी अपना कार्यभार छोड़ते हैं और अन्य अपना कार्यभार ग्रहण करते हैं।
हाल में, कोविड-19 की वैश्विक महामारी के कारण भारत सहित कई देशों ने कड़ा लॉकडाउन किया और आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया। इससे आवंटित स्टेशनों में तैनाती के लिए अधिकारियों की समयबद्ध तरीके से आवाजाही गंभीर रूप से प्रभावित हुई है। आवाजाही में होने वाले विलंब के कारण
उत्पन्न रिक्तियाँ अस्थाई प्रकृति की हैं और मंत्रालय द्वारा वंदे भारत मिशन की उड़ानों के माध्यम से अथवा साझेदार देशों के साथ एयर-बबल व्यवस्थाओं के तहत अपने अधिकारियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
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