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तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित भोज में राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद का संबोधन

अप्रैल 02, 2022

1. महामहिम, मेरे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं। कल हवाई अड्डे पर मुझे लेने के लिए व्यक्तिगत रूप से आकर आपने जिस भाव का प्रर्दशन किया उससे मैं विशेष रूप से प्रभावित हुआ हूं।

2. यह न केवल आपके खूबसूरत देश की मेरी पहली यात्रा है, बल्कि भारत के किसी राष्ट्रपति की अश्गाबात की पहली यात्रा भी है। मैं सफेद संगमरमर से बने आपके इस शहर की सुंदरता से वास्तव में मंत्रमुग्ध हूं।

3. महामहिम, कृपया तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने के लिए आप एक बार फिर से मेरी हार्दिक शुभकामनाएं स्वीकार करें। इतनी कम उम्र में इस उच्च पद के लिए आपका चुना जाना आपके नेतृत्व में तुर्कमेनिस्तान के लोगों के भरोस और विश्वास को अभिव्यक्त करता है।

4. पिछले 15 वर्षों में, तुर्कमेनिस्तान ने आपके पिता महामहिम श्री गुरबांगुली बर्दीमुहामेदोव के कुशल नेतृत्व में विकास किया है।मुझे विश्वास है कि आपका नेतृत्व भी देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

5. भारत-तुर्कमेनिस्तान के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध कई सदियों पुराने हैं। गोनूर डेप में मिले "सोमा" पेय के अवशेष, बौद्ध पांडुलिपियां और मर्व से खुदाई में निकले सिक्के और सूफी संत शाह तुर्कमेन बयाबानी की स्मृति में दिल्ली में निर्मित तुर्कमान गेट हमारे सदियों पुराने संबंधों के उदाहरण हैं। आज जब मैंने कुछ तुर्कमेनी नागरिकों के साथ जो हिन्दी भाषा में बहुत पारंगत थे बातचीत की तो अनायास ही मुझे इन संबंधों की याद आ गई।

6. यह गर्व की बात है कि तुर्कमेनिस्तान के लोग भारतीय फिल्मों, नृत्य, संगीत, योग और आयुर्वेद की बहुत प्रशंसा करते हैं। मुझे आशा है कि आज हस्ताक्षर किए गए संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग के नए कार्यक्रम से द्विपक्षीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान को और गहन करने का मार्ग प्रशस्त होगा।

7. मैं अश्गाबात में योग और पारंपरिक चिकित्सा केंद्र को प्रदान की गई सहायता के लिए तुर्कमेनिस्तान सरकार को धन्यवाद देता हूं, जो मध्य एशिया में अपनी तरह का पहला केंद्र है। भारत को तुर्कमेनिस्तान के अन्य शहरों में भी इसी तरह के केंद्र खोलने में सहायता करने में खुशी होगी।

8. तुर्कमेनिस्तान प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न है और मध्य एशिया और फारस की खाड़ी के बीच ऐसी जगह स्थिति है जो रणनीतिक रूप से बहुत महत्व रखता है। ईरान का चाबहार बंदरगाह मध्य और दक्षिण एशिया के बीच संपर्क बढ़ाने का बड़ा आधार बन सकता है।

9. जैसे जैसे तुर्कमेनिस्तान में विकास के एक नए युग की शुरुआत हो रही है, भारत इस यात्रा में आपकी भागीदारी और समर्थन के लिए तैयार है।

10. महानुभवों, देवियों और सज्जनों, इस भावना के साथ ही,

मैं ;

राष्ट्रपति सर्दार बेरीदमुहामेदोव के अच्छे स्वास्थ्य, सफलता और कल्याण

-तुर्कमेनिस्तान के मित्रवत स्वभाव वाले लोगों की शांति, प्रगति और समृद्धि

-तथा भारत और तुर्कमेनिस्तान के बीच स्थायी साझेदारी के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।

कोएप साग बोलुंग



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