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माले में मालदीव के विदेश मंत्री के साथ संयुक्त सम्मेलन में विदेश मंत्री द्वारा टिप्पणी

फरवरी 20, 2021

विदेश मंत्री माननीय अब्दुल्ला शाहिद,
दोनों देशों के गणमान्य अधिकारी
मीडिया के मित्र, देवियों और सज्जनों,


प्रारंभ में, मैं अपने प्रिय मित्र और सहकर्मी मंत्री अब्दुल्ला शाहिद का, उनके द्वारा अत्यधिक गर्मजोशी से स्वागत करने, मेरे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के लिए पारंपरिक मालदीव आतिथ्य प्रदान करने के लिए धन्यवाद करता हूँ ।

मैंने उन्हें बताया कि आप कितनी ही बार पहले आए हों, लेकिन फिर भी जब भी आप मालदीव आते हैं और जहाज से उतरते समय फ़िरोज़ा पानी देखते हैं, तो यह वास्तव में आपको एक बहुत बहुत ही खास एहसास देता है और मैं आपको बता सकता हूँ कि आज एक बार फिर ऐसा ही हुआ। इसलिए यह कोई आश्चर्य नहीं है कि इतने सारे भारतीय आज मालदीव में रिकॉर्ड संख्या में आ रहे हैं। मैंने कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर एक टिप्पणी देखी थी कि बॉलीवुड फिल्म बनाने का सबसे अच्छा तरीका है कि मालदीव में एक कैमरा क्रू ले जाएँ क्योंकि ऐसा लगता है कि अधिकांश बॉलीवुड पहले से ही यहाँ है! लेकिन आज मैं कैमरा क्रू नहीं लाया, मैं अपने साथ कुछ वैक्सीन और कुछ बहुत ही सक्षम अधिकारी लाया हूँ । मुझे लगता है मंत्री जी, कि यह बयान यह दर्शाता है कि हमारा संबंध वास्तव में कितना पुराना और कितना सहज है, हिंद महासागर हमें कितना जोड़ता है और वास्तव में हमारे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक बंधन हमारे संबंधों को कितना पोषण देते हैं।

तथापि, पिछले दो वर्षों में जिस तरह से हमारे संबंध मजबूत हुए हैं और रूपांतरित हुए हैं, वह स्पष्ट रूप से काफी अभूतपूर्व है। हमारी एक असाधारण रूप से गहरी साझेदारी है जिसमें हम दोनों ने दोस्ती और पड़ोसी की सबसे अच्छी परंपराओं में एक दूसरे का समर्थन किया है। राष्ट्रपति सोलिह की ‘इंडिया फर्स्ट ’की विदेश नीति का प्रधानमंत्री मोदी की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति द्वारा पूरी तरह से पारस्परिक प्रतिदान किया गया जिसमें मालदीव का एक केंद्रीय स्थान है।

हमारी विदेश नीति में, एक स्तर पर, और दूसरे स्तर पर हमारे दिलों में एक दूसरे के लिए जो विशेष स्थान है, वह पड़ोसी संबंधों के लिए हमारे द्विपक्षीय संबंधों को वास्तव में एक नैतिक संबंध बनाता है ।

इसलिए यह काफी स्वाभाविक है कि भारत की ओर से कोविड के लिए सहयोग का पहला और सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता – चाहे वह दवाइयाँ हों, भोजन, चिकित्सा प्रतिक्रिया दल या वित्तीय पैकेज हो - मालदीव ही था । इसी तरह, समान रूप से, इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि मालदीव पहला देश है जहाँ भारतीय-निर्मित कोविड टीके पहुँचे हैं, और यह हमारे स्वयं के वैक्सीन के रोल आउट होने के सिर्फ 96 घंटे के भीतर हुआ। मंत्री जी, मुझे आपके कुशल टीकाकरण अभियान पर आपको बधाई देनी चाहिए, मेरा मानना है कि प्रति 100 की जनसंख्या पर प्रतिदिन प्रशासित दैनिक खुराक के मामले में मालदीव दुनिया में तीसरा सबसे अच्छा देश है। इस अभियान में आपकी सहायता करने के लिए, मैं आज अपने साथ कोविड वैक्सीन की 100,000 खुराकों की एक और खेप, भारत सरकार की ओर से मालदीव की सरकार और लोगों के लिए उपहार के रूप में लाया हूँ ।
vइस प्रेस कॉन्फ्रेंस और समझौता ज्ञापनों और समझौतों, जिन पर आज हस्ताक्षर किए गए हैं, से पहले हमारी बहुत उपयोगी चर्चाएँ हुईं, जो हमारी मजबूत विकास साझेदारी के प्रतीक हैं, जो बहु-आयामी है और जिसे मालदीव के लोगों की विशिष्ट विकास आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। मछली प्रसंस्करण से लेकर रक्षा तक, सड़कों के निर्माण से लेकर आवास के निर्माण तक, सार्वजनिक प्रसारण से लेकर हवाई अड्डे के विस्तार और कनेक्टिविटी तक, हम जिन विस्तृत क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, वे हमारे नेताओं प्रधान मंत्री मोदी और राष्ट्रपति सोलिह के समान दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदल देंगे।

हमने संयुक्त रूप से 1.2 बिलियन डॉलर मूल्य की दो लाइन ऑफ़ क्रेडिट के तहत चल रही भारतीय अवसंरचना परियोजनाओं की संवीक्षा की। सबसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं में से एक - एडू में सड़क के निर्माण के लिए अनुबंध को अंतिम रूप दिया गया है और, मुझे विश्वास है, कल हस्ताक्षर किए जाएँगे। यह एडू के लोगों के लिए वास्तविक लाभ लाएगा और मालदीव के दक्षिण में जीवन और आजीविका को बदल देगा।

भारत वास्तव में प्रतिष्ठित ग्रेटर माले कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट - मालदीव में अब तक की सबसे बड़ी कनेक्टिविटी परियोजना - में मालदीव के साथ भागीदार बन कर सम्मानित महसूस करता है। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि जीएमसीपी निविदा चरण में है। हम इसे नए मालदीव की आर्थिक जीवन रेखा बनने की उम्मीद करते हैं; जिसमें माले को विलिंगिली, गुलिफाल्हू में नए वाणिज्यिक बंदरगाह और थिलाफ़ुशी में औद्योगिक क्षेत्र से जोड़ा जाएगा ।

अन्य परियोजनाएँ, जैसे द्वीपसमूह में 34 द्वीपों के लिए जल और स्वच्छता, हनीमाधू हवाई अड्डे का विस्तार, गुलिफाल्हू बंदरगाह का विकास, हुल्हुमाले में क्रिकेट स्टेडियम, सभी अच्छी तरह से प्रगति कर रही हैं । कहने की जरूरत नहीं है कि ये परियोजनाएँ भारतीय विकास सहयोग की पहचान के अनुरूप होंगी जो कि पारदर्शिता, मेजबान देश की पूर्ण भागीदारी और स्वामित्व एवं प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण की है। मुझे विश्वास है कि ये परियोजनाएँ मालदीव के आर्थिक परिदृश्य को बदल देंगी और इसके लोगों के लिए और अधिक समृद्धि लाएँगी।

पिछले एक वर्ष के दौरान, हमने कोविड राहत देने के लिए न केवल मालदीव सरकार के साथ घनिष्ठ समन्वय में काम किया है, बल्कि कोविड के बाद के आर्थिक सुधार के आगे भी काम किया है जो कि मालदीवियन सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है। एयर ट्रैवल बबल, जिसका सन्दर्भ मंत्री ने किया था, जो इस क्षेत्र में भारत का पहला था, ने 2020 में भारत से पर्यटन आगमन चार्ट में सबसे ऊपर होने के साथ मालदीव में पर्यटन पुनरुद्धार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आज इसने माले और 7 भारतीय शहरों के बीच 40 से अधिक साप्ताहिक उड़ानों का विस्तार किया है, जिसने हमारे लोगों को इस तरह जोड़ा है जैसा पहले कभी नहीं जोड़ा था और मालदीव की अर्थव्यवस्था में भी वास्तविक अंतर आया है।

तूतीकोरिन और कोच्चि से माले और कुलधुफ़ुशी तक कार्गो नौका सेवा हमारे देशों बीच नई कनेक्टिविटी और उत्तरी मालदीव में आर्थिक गतिशीलता लेकर आई है। इसने एडू-तूतीकोरिन नौका सेवा के लिए एक प्रेरणा के रूप में भी काम किया है। हालाँकि, भले ही हमारी सीमाएँ महामारी के कारण बंद थीं, फिर भी हम अपने मालदीव के दोस्तों के लिए आपात चिकित्सा और शिक्षा जैसे मानवीय मामलों के लिए विशेष प्रविष्टि करते रहे। आज के वैश्विक और परस्पर-जुड़ी दुनिया में, बहुपक्षीय जुड़ाव भी बहुत महत्वपूर्ण है। विभिन्न बहुपक्षीय मंचों में हम हमेशा मालदीव की बड़ी भागीदारी के समर्थक रहे हैं।

हिंद महासागर क्षेत्रीय संघ में शामिल होकर, राष्ट्रमंडल में फिर से शामिल हो कर और संयुक्त राष्ट्र में एक बड़ी भूमिका निभाते हुए, मालदीव ने राष्ट्रों के संध में अपने महत्त्व का प्रदर्शन किया है।

इस संदर्भ में, मैं आज, अगले वर्ष संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76 वें सत्र के अध्यक्ष के लिए विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद की उम्मीदवारी के लिए भारत के मजबूत समर्थन को दोहराता हूँ । विदेश मंत्री शाहिद, अपने विशाल राजनयिक अनुभव और अपने नेतृत्वशाली गुणों के साथ, हमारे विचार में, दुनिया के 193 देशों की महासभा की अध्यक्षता करने के लिए सर्वश्रेष्ठ हैं । हम इसे वास्तविक बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे। हम, 2021-22 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की हमारी सदस्यता के दौरान वास्तव में आपके साथ काम करना चाहेंगे।

अंत में मैं यह कहना चाहता हूँ कि हमारे समय-परीक्षित संबंध आज एक क्वांटम छलाँग के लिए तैयार हैं, नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं और लोगों के जीवन को इस प्रकार छू रहे हैं जैसे पहले कभी छुए थे। हम विकास में भागीदार हैं, लेकिन इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने में भी भागीदार हैं ।

मैं विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद और विदेश मंत्रालय में उनके सभी सहयोगियों के योगदान और हमारे द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के उनके अथक प्रयासों को स्वीकार करना चाहता हूँ ।

ध्यान देने के लिए आपका धन्यवाद।

दिए गए पूर्ण भाषण के लिए, कृपया लिंक देखें : https://bit.ly/3qF786b



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