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पुर्तगाल के राष्ट्रपति के भारत दौरे पर राष्ट्रपति का वक्तव्य

फरवरी 14, 2020

महामहिम राष्ट्रपति मार्सेलो रुबेलो डी सूज़ा,
विशिष्ट प्रतिनिधिमंडल,
मीडिया के सदस्यों,
बोआ टार्डे और शुभ संध्या।


1. मैं यह कहते हुए शुरुआत करना चाहूँगा कि श्रीमान राष्ट्रपति महोदय भारत के प्रथम राजकीय दौरे पर आपका स्वागत करने का सम्मान मुझे प्राप्त हुआ है। मैं आपकी सराहना करता हूँ कि आपने पुर्तगाल के सुदृढ़ लोकतंत्र को अपना उल्लेखनीय नेतृत्व प्रदान किया है।

2. राष्ट्रपति महोदय, यह आपकी पहली भारत यात्रा है, लेकिन पिछले तीन वर्षों के दौरान हमारे दोनों देशों के बीच हुआयह चौथा उच्च स्तरीय दौरा है। और इन्ही के साथ,हमने अनेक क्षेत्रों के कई समझौतोंमें भी प्रवेश किया है। वास्तव में, इन दौरों ने हमारे द्विपक्षीय संबंधों को अभूतपूर्व बढ़ावा दिया है और हमारे संबंधों को एक नई ऊंचाई पर ले गए हैं।

3. आज हमने समुद्री धरोहर, समुद्री परिवहन और बंदरगाह विकास, प्रवास और गतिशीलता, स्टार्ट-अप, बौद्धिक संपदा अधिकार, एयरोस्पेस, नैनो-जैव प्रौद्योगिकी, ऑडियो विजुअल सह-उत्पादन, योग, राजनयिक प्रशिक्षण, वैज्ञानिक अनुसंधान और लोक-नीति के क्षेत्रों में 14 समझौतों और समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया है।

4. विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हमारा सहयोग एक नया रास्ता बना रहा है। मुझे खुशी है कि इस वर्ष के अंत में दिल्ली में आयोजित होने वाली टेक्नोलॉजी समिट 2020 में पुर्तगाल हमारा सहयोगी देश बनेगा। हमारा स्टार्ट-अप सहयोग गति प्राप्त कर रहा है। भारत इस साल सितंबर में पुर्तगाल में यूथ हैकथॉन आयोजित करने के लिए तत्पर है। हमारी चल रही संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं के विस्तार के लिए, हम पुर्तगाल-भारत के 4 मिलियन यूरो वाली नई संयुक्त अनुसंधान कोष के तहत समुद्री अनुसंधान, नैनो-प्रौद्योगिकी और अन्य अत्याधुनिक वैज्ञानिक क्षेत्रों में नई परियोजना भागीदारी स्थापित करने के इच्छुक हैं।

5. हमारे द्विपक्षीय आर्थिक संबंध बढ़ रहे हैं। हमारी आज की चर्चा में, राष्ट्रपति मार्सेलो और मुझे यह जानकर खुशी हुई कि हमारा द्विपक्षीय व्यापार एक बिलियन डॉलर को पार कर गया है। दो-तरफा निवेश भी बढ़ रहा है। हम अवसंरचना, नीली अर्थव्यवस्था, नवीकरणीय ऊर्जा, जल और अपशिष्ट प्रबंधन, आईटी, पर्यटन और आतिथ्य जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय जुड़ाव की पूरी क्षमता का दोहन करने के लिए सहमत हुए हैं। हमें बीते कल आयोजित भारत-पुर्तगाल ऑटोमोटिव राउंड-टेबल से प्रोत्साहन प्राप्त हुआ है। हम मुंबई में आने वाले कल में आयोजित होने वाली आर्थिक सम्मेलन का बड़े ही उत्साहके साथ इंतजार करते हैं।

6.हमनें अपनी बढ़ती रक्षा भागीदारी पर भी सकारात्मक ध्यान दिया और कल रक्षा पर संयुक्त कार्य समूह की पहली बैठक के आयोजन का स्वागत किया। हम मेक इन इंडिया पहल की रूपरेखा के अंतर्गत रक्षा क्षेत्र में बी2बी व्यापार जुड़ावों के लिए तत्पर हैं।

7. हमने गतिशीलता और प्रवासन पर संयुक्त घोषणा का स्वागत किया और इसे एक ‘विन-विन’ साझेदारी माना, जो कुशल कार्यबल के संबंध में पुर्तगाल की आवश्यकता को पूरा करते हुए भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश का दोहन करता है। हम दोनों इस बात पर सहमत हुए कि महिला स्टार्ट-अप उद्यमियों, हॉस्पिटैलिटी संस्थानों के छात्रों, आईआईटी शोधकर्ताओं के आदान-प्रदान और तीन सिस्टर-सिटी साझेदारी जिसे अंतिम रूप दिया गया है, सेदोनों देशों के लोगों के बीच जुड़ावों को और बढ़ावा मिलेगा। हमने अपने करीबी संसदीय संबंधों पर ध्यान दिया और इस बात की खुशी जताई कि पुर्तगाल से आएसांसदों की अपने भारतीय समकक्षों के साथ चर्चा सार्थक रही।

8. मैंने राष्ट्रपति मार्सेलो को बताया कि मुझे यह जानकर कितनी खुशी हुई कि पुर्तगाल के 162 स्कूलों में 10,000 से अधिक छात्र योग अभ्यास कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि योग जल्द ही पुर्तगाल के स्कूलों के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनेगा।

9. हमारे ऐतिहासिक संबंधों के आधार पर, मुझे खुशी है कि कल राष्ट्रपति मार्सेलो की गोवा यात्रा के दौरान गोवा के अनेकों संस्थानों के साथ कई समझौतों की औपचारिक घोषणा होने जा रही है।

10. पुर्तगाल-भारत वैश्विक साझेदारी एक मजबूत बहु-ध्रुवीय विश्व व्यवस्था की परिकल्पना करता है, जो वृहद बहुपक्षीयवाद द्वारा समर्थित है। हम पुर्तगाल का धन्यवाद करते हैं कि पुर्तगाल ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए निरंतर भारत को समर्थन प्रदान किया है। आतंकवाद से लड़ने में निरंतर सहयोग के लिए भी हम पुर्तगाल को धन्यवाद देते हैं। हमें यह भी स्मरण है कि वर्ष 2000 में यूरोपीय संघ की पुर्तगाली अध्यक्षता के दौरान भारत-यूरोपीय संघ का पहला शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ था। भारत को आशा है कि अगले साल जब एक बार फिर से पुर्तगाल यूरोपीय संघ की अध्यक्षता करेगा, भारत और यूरोपीय संघ का जुड़ाव और अधिक गहराएगा।

11. हम इस बात पर सहमत हुए कि भारत और पुर्तगाल को तीसरे देशों में विकासात्मक और वाणिज्यिक भागीदारी के लिए हाथ मिलाना चाहिए। इस संदर्भ में, राष्ट्रपति मार्सेलो ने पुर्तगाली भाषी देशों के समुदाय [सीपीएलपी] के सहयोगी अवलोकक सदस्यता के लिए आवेदन करने के भारत के फैसले का स्वागत किया। भारत सीपीएलपी मंच के माध्यम से अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में अपने साझा लुसोफोन संबंधों का लाभ उठाने के लिए तत्पर है।

12. राष्ट्रपति महोदय, हमें विश्वास है कि आपके दौरे से हमारी तेजी से बढ़ती द्विपक्षीय साझेदारी को और अधिक गति मिलेगी। मैं कामना करता हूँ कि आपके और आपके प्रतिनिधिमंडल की मुंबई और गोवा यात्रा यादगार रहे।

धन्यवाद। मुइतो ओब्रिगाडो


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