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समृद्धि के लिए इंडो-पैसिफिक आर्थिक ढांचे पर वक्तव्य

मई 24, 2022

इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के हम भारत, ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई दारुस्सलाम, इंडोनेशिया, जापान, कोरिया गणराज्य, मलेशिया, न्यूजीलैंड, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका और वियतनाम, हमारे जीवंत क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था की समृद्धि और विविधता को स्वीकार करते हैं। हम एक मुक्त, खुले, निष्पक्ष, समावेशी, परस्पर जुड़े हुए, लचीले, सुरक्षित और समृद्ध इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के प्रति प्रतिबद्धता को साझा करते हैं, जिसमें स्थायी और समावेशी आर्थिक विकास हासिल करने की क्षमता है। हम स्वीकार करते हैं कि इस क्षेत्र में हमारी आर्थिक नीतियों के हित आपस में जुड़े हुए हैं, तथा भागीदारों के बीच आर्थिक संबंधों को और गहरा करना निरंतर विकास, शांति और समृद्धि के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

हम मानते हैं कि कोविड-19 महामारी ने यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करने की अनिवार्यता को रेखांकित किया है कि आर्थिक सुधार और उन्नति लचीलापन, स्थिरता और समावेशिता पर आधारित है। महामारी ने हमारे श्रमिकों, महिलाओं, मध्यम और छोटे उद्यमों तथा समाज के सबसे कमजोर समूहों के लिए रोजगार में वृद्धि और आर्थिक अवसरों में सुधार लाने और आर्थिक प्रतिस्पर्धात्मकता एवं सहयोग को मजबूत करने तथा महत्वपूर्ण आपूर्ति श्रृंखलाओं को सुरक्षित करने के महत्व पर भी जोर दिया है।

लंबी अवधि में, आर्थिक प्रतिस्पर्धा को बड़े स्तर पर प्रौद्योगिकी का उपयोग करने, नवाचार को बढ़ावा देने, डिजिटल अर्थव्यवस्था में भाग लेने, ऊर्जा प्रणालियों को उचित रूप से बदलने और ऊर्जा सुरक्षा प्राप्त करने की हमारी काबिलियत के द्वारा परिभाषित किया जा सकेगा, साथ ही जलवायु संकट से इस तरह निपटने के तरीके से माना जाएगा जो न्यायसंगत, समावेशी विकास पैदा करता है और सामाजिक-आर्थिक कल्याण में सुधार करता है।

भविष्य के लिए अपनी अर्थव्यवस्थाओं को तैयार करने के लिए, हम समृद्धि के लिए इंडो-पैसिफिक आर्थिक ढांचा स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं।

इस ढांचे का उद्देश्य हमारी अर्थव्यवस्थाओं के लिए लचीलापन, स्थिरता, समावेशिता, आर्थिक विकास, निष्पक्षता और प्रतिस्पर्धात्मकता को आगे बढ़ाना है। इस पहल के माध्यम से, हमारा लक्ष्य क्षेत्र के भीतर सहयोग, स्थिरता, समृद्धि, विकास और शांति में योगदान करना है।

हम अतिरिक्त इंडो-पैसिफिक साझेदारों को सहभागी बनने के लिए आमंत्रित करते हैं जो इस क्षेत्र के लिए हमारे लक्ष्यों, हितों और महत्वाकांक्षाओं को साझा करते हैं। हम अपने फ्रेमवर्क भागीदारों के साथ इस तरह से सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो तकनीकी सहायता और क्षमता निर्माण के महत्व को स्वीकार करता है, हमें एक लचीला दृष्टिकोण बनाए रखने में सक्षम बनाता है, और हमारे लोगों के लिए ठोस लाभ प्रदान करता है।

आज, हम निम्नलिखित स्तंभों पर भविष्य की बातचीत की दिशा में सामूहिक चर्चा शुरू करते हैं। फ्रेमवर्क पार्टनर इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आर्थिक सहयोग को मजबूत करने के विभिन्न तरीकों पर इस तरह की चर्चा में शामिल होंगे, और हम अन्य इच्छुक इंडो-पैसिफिक भागीदारों को हमारे साथ जुड़ने के लिए आमंत्रित करते हैं।

व्यापार: हम उच्च-मानक, समावेशी, मुक्त और निष्पक्ष व्यापार प्रतिबद्धताओं का निर्माण करना चाहते हैं और व्यापार एवं प्रौद्योगिकी नीति में नए और रचनात्मक दृष्टिकोण को विकसित करना चाहते हैं जो आर्थिक गतिविधियों और निवेश को बढ़ावा देने वाले उद्देश्यों के व्यापक सेट को आगे बढ़ाते हैं, टिकाऊ और समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा देते हैं, और श्रमिकों एवं उपभोक्ताओं को लाभान्वित करते हैं। हमारे प्रयासों में डिजिटल अर्थव्यवस्था में सहयोग शामिल है, लेकिन वह केवल इन्हीं तक सीमित नहीं है।

आपूर्ति श्रृंखला: हम अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं में पारदर्शिता, विविधता, सुरक्षा और स्थिरता में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि उन्हें अधिक लचीला और अच्छी तरह से एकीकृत बनाया जा सके। हम संकट प्रतिक्रिया के उपायों का समन्वय करना चाहते हैं; व्यापार निरंतरता को बेहतर ढंग से सुनिश्चित करने के लिए व्यवधानों को कम करने के लिए सहयोग का विस्तार करना; रसद दक्षता और समर्थन में सुधार करना; तथा प्रमुख कच्चे और प्रसंस्कृत सामग्रियों, अर्धचालकों, महत्वपूर्ण खनिजों और स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकी तक पहुंच सुनिश्चित करना चाहते हैं।

स्वच्छ ऊर्जा, डीकार्बोनाइजेशन और आधारभूत संरचना: पेरिस समझौते के लक्ष्यों और हमारे लोगों एवं श्रमिकों की आजीविका का समर्थन करने के प्रयासों के अनुरूप, हम अपनी अर्थव्यवस्थाओं को डीकार्बोनाइज करने और जलवायु प्रभावों के प्रति लचीलापन लाने के लिए स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के विकास और तैनाती में तेजी लाने की योजना बना रहे हैं। इसमें प्रौद्योगिकियों पर सहयोग को गहरा करना, रियायती वित्त सहित वित्त जुटाना, और टिकाऊ एवं स्थायी बुनियादी ढांचे के विकास का समर्थन करके और तकनीकी सहायता प्रदान करके प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार और कनेक्टिविटी बढ़ाने के तरीकों की तलाश करना शामिल है।

कर और भ्रष्टाचार विरोध: हम इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में कर चोरी और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए मौजूदा बहुपक्षीय दायित्वों, मानकों और समझौतों के अनुरूप प्रभावी और मजबूत कर, एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग, और रिश्वत विरोधी व्यवस्था को लागू करके निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसमें विशेषज्ञता को साझा करना और जवाबदेह एवं पारदर्शी प्रणालियों को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक क्षमता निर्माण का समर्थन करने के तरीकों की तलाश करना शामिल है।

हम क्षेत्रीय आर्थिक संपर्क और एकीकरण को आगे बढ़ाने की दृष्टि से अपने साझा हितों को आगे बढ़ाने के लिए भागीदारों के बीच परामर्श के आधार पर सहयोग के अतिरिक्त क्षेत्रों की पहचान कर रहे हैं। हम अपनी अर्थव्यवस्थाओं के बीच वाणिज्य, व्यापार और निवेश के प्रवाह को बढ़ावा देने के लिए तथा हमारे संयुक्त बाजारों में हमारे श्रमिकों, कंपनियों और लोगों के लिए मानकों और अवसरों तक पहुंच बढ़ाने के लिए संयुक्त रूप से अनुकूल वातावरण बनाने के लिए तत्पर हैं।

टोक्यो
मई 24, 2022

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