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जे डी, पाकिस्तान को तालिबानी देश बनाने की प्रतिज्ञा करता है

नवम्बर 30, 2011

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून पाकिस्तान

जमातुद दावा (जे डी) ने पाकिस्तान को एक तालिबानी देश में परिवर्तित करने और अमेरिका तथा भारत के विरुद्ध जिहाद का संकल्प लेने के लिए युवा लोगों कों को प्रशिक्षित करने की प्रतिज्ञा, शहर में एक गैर-कानूनी समूह द्वारा आयोजित की गयी हाल की सभा में की है।

जे डी, के कार्यकर्ता तथा साथ ही साथ विभिन्न जनपदों से 10 वर्ष की आयु के स्कूली छात्रों को भी बसों एवं वैनों में भर कर ‘तालबा जमातुद दावा' (जमातुद दावा छात्र संघ) के प्रदर्शन में भाग लेने के लिए लाहौर प्रेस क्लब लाया गया था, जहाँ नाटो सेना के आक्रमण में मारे गये 24 पाकिस्तानी सैनिकों की घटना के विरोध में प्रदर्शन का आयोजन किया गया था।

झूमला संदल इस्लामिक स्कूल, फैसलाबाद और तमीर-आई-सीरत मॉडल स्कूल शारकपुर शेखूपुरा आदि से लाये गये 10 से 15 वर्ष के आयु वर्ग के छात्रों ने कहा था कि उन्होंने सोचा था कि वे विज्ञान प्रदर्शिनी देखने के लिए जा रहे हैं और उनके अभिभावकों को यही बताया गया था।

संदल इस्लामिक स्कूल के एक छात्र ने इस संवाद-दाता को ‘फील्ड ट्रिप परमीशन' के शीर्षक का एक फार्म दिया था जिस पर उस छात्र की माँ के हस्ताक्षर थे। उसमें "प्रिय अभिभावक अथवा संरक्षक,” लिखा था । "आपका बच्चा वाह्य क्षेत्र की यात्रा पर जा रहा है। कृपया फार्म के ऊपरी भाग में दी गयी सूचना को पढें और तत्पश्चात निचले भाग की अनुमति पर्ची पर हस्ताक्षर कर वापस कर दें।” इसमें आगे कहा गया था कि छात्रों को फैसलाबाद के अल-मीज़ान स्कूल में आयोजित विज्ञान प्रदर्शिनी दिखाने के लिए ले जाया जायेगा और वे सायं 3 बजे तक वापस आ जायेंगे। सायं 4 बज कर 20 मिनट पर जब भाग लेने वाले छात्रों को वैन और बसों में बैठा कर नासर बाग के लिए वापस ले जाया गया था, तब तक प्रदर्शन समाप्त नहीं हुआ था।

भाषण,

प्रेस क्लब में सभा को संबोधित करते हुए जे डी, के नेता मौलाना अमीर हमजा ने कहा था कि सेना प्रमुख को मालूम होना चाहिए कि उन्हें जे डी, का सम्पूर्ण समर्थन प्राप्त है, जो अपने सभी अनुयायियों को कुशल योद्धाओं में बदल देगा। "जे डी अपने सभी योद्धाओं को तालिबानी बना देगा, यहाँ के पंजाब विश्वविद्यालय, गवर्नमेण्ट कॉलेज, फैसलाबाद कृषि विश्वविद्यालय आदि सभी संस्थाओं में तालिबानी होंगे,” उन्होंने कहा था।

हमज़ा ने मांग की थी कि सरकार को अमेरिकियों को न केवल शमसी वायुसेना बेस से बल्कि शाहबाज़ वायुसेना बेस से भी अनिवार्य रूप से निकाल बाहर कर देना होगा, अन्यथा जे डी इसे स्वयं कर दिखायेगा।

जे डी, के नेता हाफिज अब्दुल रहमान मक्की ने कहा था कि अल्लाह चाहते हैं कि हम ईसाईयों एवं अमेरिकी लोगों से बदला लें। "हम अमेरिकी लोगों की हत्या कर देंगे,” उन्होंने यह जोड़ते हुए कहा था कि जे डी ने सैकड़ों हजार लोगों को जिहाद के लिए प्रशिक्षित कर दिया है। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तानी चौकियों पर आक्रमण साभिप्राय है और पाकिस्तान के विरुद्ध एक युद्ध है। उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान पर अमेरिकी सेनाओं द्वारा किया गया 32वाँ आक्रमण है। "यदि सरकार ने संयुक्त राज्य से बदला नहीं लिया तो हम लेंगे,” उन्होंने कहा था।

उन्होंने कहा था कि संयुक्त अरब अमीरात को शमसी से अमेरिकन को निकाल कर बाहर करने के निर्णय पर पाकिस्तान को पुनर्विचार करने के लिए नहीं कहना चाहिए था। मक्की ने कहा था कि यह पाकिस्तान पर अमेरिकी सेनाओं द्वारा किया गया का 32 वाँ आक्रमण है और पाकिस्तान को आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई से बाहर आ जाना चाहिए। उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाया था कि वह संयुक्त राज्य के पक्ष में इस्लाम और जिहाद के विरुद्ध प्रचार फैला रहा है।

जे डी, के नेता हाफ़िज सैफुल्लाह मंसूर ने कहा था कि वे प्रत्येक मुसलमान की हत्या के लिए 100 अमेरिकी लोगों की हत्या करेंगे। " हजारों योद्धा तैयार खड़े हैं और वे हमारे नेता हाफ़िज सईद के आह्वान की प्रतीक्षा कर रहे हैं ,” उन्होंने कहा था।

पूर्व आई एस आई प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) हामिद गुल के बेटे अब्दुल्लाह गुल ने कहा था कि यह "सम्पूर्ण क्रान्ति” का समय है। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के लोग जिहाद के लिए वचनबद्धता चाहते हैं और तलवार उठाने का यही समय है,” उन्होंने कहा था। जमात-ए-इस्लामी लाहौर के अमीर अमीरुल अजीम ने कहा था कि नाटो सेनाओं ने अमेरिका द्वारा इस देश को दिये गये सभी जख्मों को ताजा होने की याद उन सब को दिला दी है। उन्होंने कहा था कि नाटो के नेता उस समय झूठ बोल रहे थे, जब वे कह रहे कि आक्रमण अभिप्रेत नहीं थे।

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून में प्रकाशित, 30 नवम्बर, 2011

(व्‍यक्‍त किये गये उपरोक्‍त विचार लेखक के व्‍यक्तिगत विचार हैं)

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