राज्य सभा
अतारांकित प्रश्न सं. 2139
दिनांक 04.08.2022 को उत्तर दिए जाने के लिए
यूक्रेन से छात्रों की वापसी
2139. श्री निरंजन बिशी:
डॉ. प्रशांत नन्दा:
क्या विदेश मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि:
(क) क्या रूस-यूक्रेन युद्ध से पहले यूक्रेन में अध्ययनरत रहे स्वदेश लौटे छात्रों के संबंध में कोई योजना तैयार की गई है;
(ख) क्या मंत्रालय इन छात्रों को भारतीय विश्वविद्यालयों में समाहित करने की योजना बना रहा है; और
(ग) यदि हां, तो इसके लिए उठाए गए कदमों का ब्यौरा क्या है?
उत्तर
विदेश राज्य मंत्री
(श्रीमती मीनाक्षी लेखी)
(क) यूक्रेन से लौटे भारतीय छात्रों द्वारा पढ़ाई जारी रखने के संबंध में सरकार यूक्रेन के शैक्षिक प्राधिकारियों के संपर्क में है। वर्तमान में, उस देश की वास्तविक स्थिति ऐसी है कि भारतीय छात्र वहां वापस नहीं ज सकते। यूक्रेन पक्ष ने भारतीय छात्रों को अपने पाठ्यक्रम ऑनलाइन जारी रखने की अनुमति देने की अपनी इच्छा को दोहराया है।
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने एक ऐसी योजना तैयार की है जिसके तहत भारतीय मेडिकल छात्रों जिन्होंने असाधारण परिस्थिति के कारण शारीरिक नैदानिक प्रशिक्षण नहीं लिया था लेकिन 30 जून 2022 को या उससे पहले विदेशों में संबंधित संस्थानों द्वारा डिग्री पूरा करने का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया था, को विदेशी चिकित्सा स्नातक परीक्षा (एफएमजीई) में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी। ऐसे छात्रों को एफएमजीई उत्तीर्ण करने पर, भारत में पंजीकरण हेतु पात्र होने के लिए दो साल की अवधि के लिए अनिवार्य रोटेटिंग मेडिकल इंटर्नशिप (सीआरएमआई) करनी होगी।
(ख) और (ग) विदेशों से आने वाले भारतीय मेडिकल छात्रों की शिक्षा से संबंधित मुद्दों का निपटान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के मौजूदा नियमों और विनियमों के अनुसार किया जाता है।