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सीरियाई अरब गणराज्य के विदेश एवं प्रवासी मामलों के मंत्री की भारत यात्रा (17-21 नवंबर 2022)

नवम्बर 18, 2022

सीरियाई अरब गणराज्य के विदेश और प्रवासी मामलों के मंत्री डॉ. फैसल मेकदाद 17-21 नवंबर 2022 तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं। विदेश मंत्री के तौरपर यह उनकी भारत की पहली यात्रा है।

2. विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने 18 नवंबर 2022 को द्विपक्षीय वार्ता हेतु विदेश मंत्री की मेजबानी की। दोनों देशों के मंत्रियों ने द्विपक्षीय संबंधों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की तथा आपसी हित के क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं के बीच हुई सीरिया को मानवीय व विकासात्मक मदद देने, सीरियाई युवाओं में क्षमता सृजन तथा उर्वरक, फार्मास्यूटिकल्स, आईटी आदि जैसे क्षेत्रों में सहयोग करने पर चर्चा हुई।

3. अपनी यात्रा के दौरान, डॉ. मेकदाद ने माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ से मुलाकात की, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) में भारतीय व्यापार समुदाय से बातचीत की, मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान (एमपी आईडीएसए) में आयोजित एक सभा को संबोधित किया। वह कल गुरुग्राम में नैसकॉम (नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनीज) उत्कृष्टता केंद्र भी जाएंगे।

4. भारत कई वर्षों से द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय चैनलों के ज़रिए सीरिया को मानवीय, तकनीकी तथा विकासात्मक सहायता प्रदान करता रहा है। समय-समय पर सीरिया को खाद्य एवं दवाओं की खेप की आपूर्ति की गई है, जिसमें महामारी के दौरान भी शामिल है। भारत ने सीरिया में बिजली संयंत्र और इस्पात संयंत्र के निर्माण हेतु 280 मिलियन अमेरिकी डॉलर के लाइन ऑफ क्रेडिट की पेशकश की है। दिसंबर 2020 में तथा हाल ही में अक्टूबर-नवंबर 2022 में सीरिया में दो कृत्रिम अंग फिटमेंट शिविर (जयपुर फुट) आयोजित किए गए हैं। अक्टूबर 2021 में दमिश्क में सूचना प्रौद्योगिकी हेतु एक नेक्स्ट जनरेशन सेंटर की स्थापना की गई थी। वर्तमान शैक्षणिक वर्ष में 200 छात्रवृत्तियों सहित, विभिन्न वर्ग में भारत में अध्ययन करने हेतु सीरियाई छात्रों को लगभग 1500 छात्रवृत्तियां प्रदान की गई हैं।

5. सीरियाई अरब गणराज्य के विदेश एवं प्रवासी मामलों के मंत्री डॉ. फैसल मेकदाद की भारत यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को गति मिली है।

नई दिल्ली
नवंबर 18, 2022



अस्वीकरण: यह एक अनुमानित अनुवाद है। मूल संस्करण अंग्रेजी भाषा में विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है तथा इसे आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के रूप में संदर्भित किया जा सकता है।

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