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भारत अफ्रीका की परियोजना साझेदारी पर 15वीं सी.आई.आई. - एक्ज़िम बैंक डिजिटल कॉन्क्लेव में भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन- IV में विदेश राज्य मंत्री की टिप्पणी

सितम्बर 24, 2020

श्री वी. मुरलीधरन, विदेश राज्य मंत्री, आज नई दिल्ली में आयोजित भारत अफ्रीका की परियोजना साझेदारी पर जारी 15वीं सी.आई.आई. - एक्ज़िम बैंक डिजिटल कॉन्क्लेव में भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन- IV वें सत्र के प्रमुख वक्ता थे।

सत्र के अन्य वक्ताओं में महामहिम डॉ. लेमोगैंग क्वापे, अंतर्राष्ट्रीय मामलों एवं सहयोग मंत्री, बोत्सवाना गणराज्य, महामहिम डॉ. रानिय अल-मशत, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री, अरब गणराज्य, मिस्र, महामहिम ईसेनहॉवर मकाका, विदेश मामलों के मंत्री, मलावी गणराज्य, महामहिम लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. सिबुसिसो बी. मोयो, विदेश मामलों और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री, जिम्बाब्वे गणराज्य शामिल थे।

अपनी टिप्पणी में, विदेश राज्य मंत्री श्री मुरलीधरन ने भारत-अफ्रीका संबंध के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर बात करते शुरू अपना वक्तव्य शुरु किया: भारत अफ्रीका के सबसे बड़े व्यापार, निवेश एवं विकास भागीदारों में से एक है और अफ्रीकी वस्तुओं व उत्पादों को एक बड़ा बाजार मुहैया करता है; भारत अतीत में अफ्रीका तथा उसके लोगों से खड़ा रहा है और भविष्य में भी प्रमुख विकास भागीदार बना रहेगा। भारत और अफ्रीका के बीच स्थायी दोस्ती, आपसी समझ तथा सहयोग की इस परंपरा में भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ। उन्होंने 2018 में युगांडा में संसद के अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने व्यक्त किए गए अफ्रीका के प्रति भारत के दृष्टिकोण के 10 मार्गदर्शक सिद्धांतों को भी दोहराया।

राज्य मंत्री ने नई दिल्ली में अफ्रीकी संघ आयोग के साथ 2019 में आयोजित शिखर सम्मेलन में मध्यावधि समीक्षा बैठक में स्वीकृत किये गए पिछले भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन के दौरान की गई प्रतिबद्धताओं को लेकर भारत के सावधानीपूर्वक कार्यान्वयन पर सविस्तार बात की और व्यापार तथा निवेश, कृषि, ऊर्जा, नीली और महासागर अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचे, शिक्षा व कौशल विकास, स्वास्थ्य, शांति व सुरक्षा और बहुपक्षीय मंचों में सहयोग सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों का भी उल्लेख किया। विदेश राज्य मंत्री ने उन दो महत्वपूर्ण बहुपक्षीय पहलों, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन और आपदा रोधी संरचना हेतु गठबंधन, को भी दोहराया किया, जिसे भारत ने पिछले शिखर सम्मेलन के बाद शुरु किया था, और दोनों में अफ्रीकी भागीदारी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया भर के 85 देशों को चिकित्सा सहायता प्रदान की थी जिनमें से 25 अफ्रीकी देश थे।

श्री मुरलीधरन ने कहा कि फरवरी 2020 में लखनऊ में पहली बार भारत-अफ्रीका के रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन आयोजित हुआ था, जिसमें 33 अफ्रीकी देशों के 146 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था और जिन्होंने लखनऊ घोषणा को अपनाया था, जिसकी इसलिए सराहना की गई कि यह भारत और अफ्रीका इंडो-पैसिफिक सातत्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था और अफ्रीका में शांति तथा सुरक्षा के लिए एयू विजन भारत के सागर दृष्टिकोण के साथ मेल खाता है। उन्होंने अपना वक्तव्य भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन के चौथे संस्करण के जल्द से जल्द आयोजित होने की उम्मीद करते हुए समाप्त किया।

अफ्रीका के मंत्रियों ने अपने भाषणों में भारत तथा अफ्रीका की साझा आकांक्षाओं के बीच स्थायी मित्रता के आधार पर अफ्रीका के विकास लक्ष्यों के लिए भारत की उदार सहायता तथा समर्थन की सराहना की। कई मंत्रियों ने वर्षों से अफ्रीकी कम विकासित देशों (एलडीसी) को भारतीय बाजार में शुल्क मुक्त कोटा मुक्त पहुंच प्रदान करने हेतु भारत को धन्यवाद दिया। कुछ ने भारत को "एक अपरिहार्य साझेदार" बताते हुए अपने लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र को दिए गए समर्थन का विशेष रुप से उल्लेख किया। सभी मंत्रियों ने रियायती ऋणों के लिए सराहना की जिसे भारत ने पिछले 5 से अधिक वर्षों से अफ्रीकी देशों को उपलब्ध कराए थे, विशेष रूप से यह देखते हुए कि इन ऋणों तथा अधिमान्य बाजार पहुंच ने अफ्रीकी अर्थव्यवस्थाओं का समर्थन किया है। इस बात का भी उल्लेख किया गया कि भारत कैसे "डिजिटल खाई को पाटने में अफ्रीका की मदद कर रहा है" विशेष रूप से टेली-एजुकेशन और टेली-मेडिसिन सेवाओं के क्षेत्र में, जो पूरे अफ्रीकी महाद्वीप में भारत उपलब्ध करा रहा है। मंत्रियों ने अफ्रीकी महाद्वीपीय मुक्त व्यापार समझौते के लागू होने की सराहना की और उम्मीद की कि भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन-IV और अफ्रीका के एजेंडा 2063 के बीच सहक्रियता बनेगी।

संक्षिप्त चर्चा के बाद, मंत्रियों ने महामारी के प्रभावों से निपटने हेतु भारत-अफ्रीका साझेदारी को मजबूत करने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की। विदेश राज्य मंत्री ने सत्र में भाग लेने के लिए मंत्रियों को धन्यवाद दिया।

नई दिल्ली
सितंबर 24, 2020
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