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प्रश्‍न संख्‍या 3379 श्रीलंका में आर्थिक संकट

अगस्त 05, 2022

लोक सभा
अतारांकित प्रश्‍न संख्‍या 3379
दिनांक 05.08.2022 को उत्तर देने के लिए

श्रीलंका में आर्थिक संकट

3379. श्री एम.पी. अब्दुस्समद समदानी:
श्री राकेश सिंहः
श्रीमती साजदा अहमदः

श्री दीपक बैजः

क्या विदेश मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि:

(क) क्या पड़ोसी देश श्रीलंका में राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति पैदा हो गई है और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है;

(ख) क्या भारत पर उक्त संकट के प्रभाव से होने वाले आर्थिक नुकसान का आकलन करने के लिए कोई मूल्यांकन किया गया है और यदि हां, तो उसके परिणाम क्या हैं;

(ग) क्या सरकार ने श्रीलंका में उक्त संकट के कारण भारत के सामने आने वाली कठिनाइयों पर ध्यान दिया है और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है;

(घ) क्या श्रीलंका सरकार ने भारत सरकार से किसी प्रकार की सहायता मांगी है और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है;

(ङ) हाल के संकट के दौरान भारत सरकार द्वारा श्रीलंका को भेजी गई आवश्यक वस्तुओं/दवाओं सहित सहायता का ब्यौरा क्या है; और

(च) हाल के संकट के दौरान श्रीलंका से भागकर भारत आए व्यक्तियों/परिवारों और वहां रह रहे भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा कौन से कदम उठे गए हैं?

उत्तर
विदेश राज्य मंत्री
(श्री वी. मुरलीधरन)

(क) से (च) एक पड़ोसी और करीबी मित्र होने के नाते भारत श्रीलंका में उत्पन्न आर्थिक स्थिति और अन्य घटनाक्रमों की निगरानी रखता रहा है।

श्रीलंका के संदर्भ में, हाल के वर्षों में द्विपक्षीय आर्थिक और वाणिज्य सहभागिता में काफी विस्तार हुआ है और भारत तथा श्रीलंका के बीच विभिन्न व्यापार एवं द्विपक्षीय करार लागू हैं।

भारत सरकार विदेशों में सभी भारतीयों की सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करने को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। श्रीलंका स्थित हमारे मिशन और केंद्र श्रीलंका में भारतीयों की सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनके समग्र कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारतीयों की सुरक्षा से संबंधित किसी भी मामले को प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई के लिए मेजबान सरकार के साथ उठाया जाता है।

भारत अपनी ‘पड़ोस प्रथम’ नीति के तहत श्रीलंका को उसके आर्थिक विकास में सहायता करना और साथ ही उसकी आर्थिक चुनौतियों पर काबू पाने में उसका समर्थन करता रहा है। जनवरी 2022 में भारत ने सार्क ढांचे के तहत श्रीलंका से 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर का मुद्रा विनिमय किया और एशियाई समाशोधन संघ (ए.सी.यू.) के क्रमिक निपटान को 6 जुलाई 2022 तक स्थगित कर दिया। श्रीलंका को भारत से ईंधन आयात करने के लिए 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ऋण सहायता दी गई। इसके अलावा, भारत ने भारत से भोजन, दवाओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं की खरीद के लिए 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की ऋण सुविधा प्रदान की है। श्रीलंका को लगभग 6 करोड़ रुपये की आवश्यक दवाएं, 15,000 लीटर मिट्टी का तेल और यूरिया उर्वरक की खरीद के लिए 55 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ऋण सहायता उपहार स्वरूप देकर मानवीय सहायता भी प्रदान की गई थी। तमिलनाडु सरकार ने व्यापक भारतीय सहायता प्रयासों के भाग के रूप में 16 मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के चावल, दूध पाउडर और दवाओं का योगदान दिया है।

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