महामहिम डॉ. एस जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री ने 10 सितंबर को मास्को में आयोजित होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में महामहिम वांग यी, स्टेट काउंसलर व चीन के विदेश मंत्री से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों की स्थिति के साथ-साथ
भारत-चीन संबंधों पर स्पष्ट और रचनात्मक चर्चा की:
1. दोनों मंत्रियों ने सहमति व्यक्त की कि दोनों पक्षों को भारत-चीन संबंधों को विकसित करने पर नेताओं की पिछली आम सहमति से मार्गदर्शन लेना चाहिए, साथ ही साथ मतभेदों को विवाद में परिवर्तित नहीं होने देना चाहिए।
2. दोनों विदेश मंत्रियों ने इस बात पर सहमति जताई कि सीमावर्ती क्षेत्रों में मौजूदा स्थिति दोनों में से किसी भी पक्ष के हित में नहीं है। वे इसपर सहमत हुए कि दोनों पक्षों के सीमा सैनिकों को संवाद जारी रखना चाहिए, यथाशीघ्र ही अलग होना चाहिए, उचित दूरी बनाए रखना
चाहिए और तनाव कम करना चाहिए।
3. दोनों मंत्रियों ने सहमति व्यक्त की कि दोनों पक्ष चीन-भारत सीमा के मुद्दों पर सभी मौजूदा समझौतों और प्रोटोकॉल का पालन करेंगे, सीमा क्षेत्रों में शांति बनाए रखेंगे और ऐसी कार्रवाई से बचेंगे जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
4. दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा के मुद्दों पर विशेष प्रतिनिधि तंत्र के माध्यम से बातचीत और संचार जारी रखने पर भी सहमति व्यक्त की। उन्होंने इसपर भी सहमति व्यक्त की कि भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय हेतु कार्य तंत्र (डब्ल्यू.एम.सी.सी.) को भी अपनी
बैठकें जारी रखनी चाहिए।
5. मंत्रियों ने इस बात पर सहमति जताई कि जैसे ही स्थिति थोड़ी सामान्य होती है, दोनों पक्षों को सीमा क्षेत्रों में शांति बनाए रखने तथा इसे बढ़ाने हेतु विश्वास बहाली के नए उपायों के लिए तेजी से काम करना चाहिए।
मास्को
10 सितंबर, 2020