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भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के समारोह के अवसर पर ब्राज़ील की संसद में विदेश राज्य मंत्री श्री वी. मुरलीधरन का वक्तव्य

नवम्बर 08, 2022

महानुभावों, देवियों और सज्जनों। बॉम दीया!

दुनिया के सबसे सम्मानित लोकतांत्रिक संस्थानों में से एक भारत की आज़ादी के 75 वर्ष के अवसर पर इस महत्वपूर्ण सत्र में भाग लेते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है! यह भारत के 1.3 अरब लोगों के लिए एक बड़ा सम्मान है और मैं अपने साथ इस सदन में उनके अभिवादन और मित्रता की शुभकामनाओं को लेकर आया हूं। ब्राज़ील के जीवंत लोकतंत्र के नेताओं की इस भव्य सभा को संबोधित करना मेरे लिए भी बड़े सौभाग्य की बात है।

यह भी एक सुखद संयोग है कि ब्राज़ील स्वतंत्रता के 200 वर्ष मना रहा है। भारत सरकार और वहाँ के लोगों की ओर से, मैं आपके इतिहास के इस महत्वपूर्ण अवसर पर यहां एकत्र हुए जनप्रतिनिधियों को और ब्राज़ील के लोगों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं।

मैं इस अवसर पर, हाल ही में हुए, चुनावों की सफलता पर ब्राज़ील के लोगों को बधाई देना चाहता हूं।

ब्राज़ील के मित्र के रूप में हमें आपकी सफलता और पिछले 200 वर्षों की उपलब्धियों पर गर्व है। ब्राज़ील वैश्विक समुदाय का एक महत्वपूर्ण सदस्य है जो वैश्विक दक्षिण के नेता के रूप में अपनी यथोचित भूमिका निभा रहा है।

मैं इस महत्वपूर्ण सत्र को आयोजित करने के लिए राष्ट्रपति आर्थर लीरा और फेडरल डिप्टी सोरया सैंटोस का हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूं। यह एक गहन भाव-प्रदर्शन है, जो हमारी मजबूत साझेदारी और लोकतंत्र पर केंद्रित हमारे साझा मूल्यों और आदर्शों को दर्शाता है।

हम भारत-ब्राज़ील फ़्रेंडशिप फ़्रंट के अध्यक्ष सीनेटर नेल्सन ट्रेड; भारत-ब्राजील पार्लियामेंट्री फ़्रेंडशिप ग्रुप के अध्यक्ष, फेडरल डिप्टी विनीसियस कार्वाल्हो, और भारत-ब्राज़ील पार्लियामेंट्री फ़्रंट के अध्यक्ष, फेडरल डिप्टी डेनियल पायर्स कोएल्हो के नेतृत्व में तीनों भारत-ब्राज़ील फ़्रेंडशिप एसोसिएशन्स के प्रति भी आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने हमारे संबंधों को मजबूत करने के लिए अपनी ओर से नेक प्रयास किए। भारत और ब्राज़ील के बीच संसदीय संबंध दोनों देशों के बीच गहरी और व्यापक रणनीतिक साझेदारी की आधारशिला हैं, जो हमारे बहु-क्षेत्रीय संस्थागत जुड़ावों के पूरक हैं और समृद्ध करते हैं।

महानुभावों,

भारत की पिछले साढ़े सात दशक की यात्रा आम भारतीयों की कड़ी मेहनत, नवाचार और उद्यम का प्रतिबिंब है। हमने एक औसत भारतीय के जीवन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय प्रगति की है और पर्याप्त सुधार किया है। प्रदर्शनी जिसे हम जल्द ही देखने वाले हैं इन वर्षों में भारत की यात्रा को दर्शाती है, जिसमें कृषि उत्पादन से लेकर परमाणु और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी तक, किफ़ायती स्वास्थ्य देखभाल से लेकर विश्व स्तरीय शैक्षणिक संस्थान, आयुर्वेद से जैव प्रौद्योगिकी तक, विशाल इस्पात संयंत्रों से आईटी महाशक्ति बनने तक और दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र बनाना शामिल है।

महानुभावों,

2006 में बनी भारत-ब्राज़ील 'रणनीतिक साझेदारी' हमारे बहुआयामी संबंधों को गहरा करने के लिए निरंतर एक ठोस ढांचा प्रदान करती रहती है, और आईबीएसए, G4 और ब्रिक्स जैसे बहुपक्षीय मंचों के निर्माण ने एक नया अर्थ दिया है और हमारे संबंधों को और अधिक गतिशीलता प्रदान की है। इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों के रूप में और इसके स्थायी सदस्य बनने के इच्छुक देशों के रूप में, हम बहुपक्षीय मंचों में सुधार के लिए मिलकर काम करना जारी रखे हुए हैं, ताकि वैश्विक दक्षिण के हितों को विकसित वैश्विक व्यवस्था में बेहतर प्रतिनिधित्व मिल सके। अगले वर्ष, हमारे ऊपर G20 की अध्यक्षता का कार्यभार संभालने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है; हमारे बाद ब्राज़ील करेगा। समन्वित प्रयासों से हम G20 में अधिक समावेशी और न्यायसंगत एजेंडा चला सकते हैं।

महानुभावों,

आज, हमारी रणनीतिक साझेदारी गहरी हुई है और जैव-ऊर्जा, तेल और प्राकृतिक गैस, पशुपालन, स्वास्थ्य देखभाल, रक्षा, अंतरिक्ष और साइबर सुरक्षा के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में पर्याप्त प्रगति हुई है। द्विपक्षीय व्यापार और निवेश में भी तेजी से वृद्धि हुई है, पिछले वर्ष से व्यापार में 63% से अधिक की वृद्धि हुई है, जिससे भारत ब्राज़ील का 5वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बन गया है। भारत में हो रहे अभूतपूर्व आर्थिक परिवर्तन ने द्विपक्षीय सहयोग के लिए अपार अवसर खोले हैं और मुझे विश्वास है कि हमारे देश जल्द ही 15 बिलियन अमरीकी डालर के द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य तक पहुंच जाएंगे।

मुझे ब्राज़ील में निवेश करने वाली भारतीय कंपनियों की संख्या में वृद्धि देखकर भी प्रसन्नता हो रही है और इस वर्ष अकेले ब्राज़ील में भारतीय कंपनियों द्वारा 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश किया गया है। निवेश प्रवाह में इस उल्लेखनीय वृद्धि से हमारे पहले से ही बढ़ रहे व्यापार संबंधों में बढ़ोत्तरी करेगी।

भारत ने अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है और यह तेजी से हरित भविष्य की ओर बढ़ रहा है। क्योंकि हम भारत को विश्व का हरित हाइड्रोजन हब बनाने का प्रयास कर रहे हैं, हमें उम्मीद है कि अपने इस प्रयास में हमें ब्राज़ील की ओर से सहयोग प्राप्त होगा।

यह भी खुशी की बात है कि जैव ईंधन हमारे जुड़ाव का एक प्रमुख क्षेत्र है। यह हमारी साझेदारी की उल्लेखनीय सफलता की कहानी रही है और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी’ज़) के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं को बनाए रखने हेतु, स्वच्छ ऊर्जा भविष्य के लिए हमारी साझा खोज को साकार करने में एक लंबा सफर तय करेगी।

जलवायु परिवर्तन एक अपरिहार्य वास्तविकता है, और विशेष रूप से विकासशील देशों के लिए खाद्य सुरक्षा और गरीबी पर इसके प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता है। जलवायु कार्रवाई के मामले में भारत किसी से पीछे नहीं है। पिछले महीने, प्रधान मंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव महामहिम एंटोनियो गुटेरेस की उपस्थिति में मिशन LiFE (लाइफ़ स्टाइल फ़ॉर एनवायरमेंट) का शुभारंभ किया। मिशन LiFE को भारत के नेतृत्व वाले वैश्विक जन आंदोलन को "विचारहीन और विनाशकारी उपयोग के बजाय पुरग़ौर और सोच-समझ कर किए गए उपयोग" के रूप में देखा गया है।

भारत वैश्विक चुनौतियों का संस्थागत समाधान प्रदान कर रहा है। हमने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन की शुरुआत की थी, जो सौर ऊर्जा के उपयोग में एक गेम चेंजर है। हमने दुनिया के सामने 'वन सन-वन वर्ल्ड-वन ग्रिड' का सपना पेश किया है। हम डिज़ास्टर रेसिलिएंट इंफ़्रास्ट्रक्चर (सीडीआरआई) के लिए गठबंधन के माध्यम से पूरी दुनिया को आपदाओं से लड़ने में सक्षम बनाना चाहते हैं। मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि ब्राज़ील इन दोनों पहलों में हमारे प्रयासों में भागीदार है।

भारत की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली, जीवन का एक समग्र विज्ञान है और मुझे यह देखकर बहुत प्रसन्नता है कि ब्राजीलियाई लोगों के बीच योग और आयुर्वेद तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। महात्मा गांधी के एकजुटता और अहिंसा के संदेश ने उन्हें ब्राज़ील में एक प्रिय ऐतिहासिक व्यक्ति बना दिया - उदाहरण के लिए, एक पारंपरिक स्ट्रीट परेड में, कार्निवल ब्लॉक जिसे ‘फिल्होस डी गांधी’ कहा जाता है, सल्वाडोर में कार्निवल की सबसे उल्लेखनीय घटना है।

महानुभावों,

पिछले आठ वर्षों के दौरान, भारतीय अर्थव्यवस्था 1.83 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 3.53 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई है। नॉमिनल वैल्यूज़ में 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने से भारत अब विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।

हमारी वृद्धि और विकास देश में एक नए विश्वास को दर्शाते हैं। सरकार का प्रयास रहा है कि हमारे विकास के प्रयासों में समाज का हर वर्ग शामिल हो और हम 'सब का साथ, सबका विकास, सब का विश्वास, सब का प्रयास' (Everyone's support, everyone's development, everyone's trust and everyone’s efforts) के अपने दर्शन के अनुरूप सभी को साथ लेकर चलते हैं।

प्रौद्योगिकी को अपनाने में भी भारत विश्व में अग्रणी बन गया है। भारत की डिजिटल भुगतान प्रणाली, यूपीआई दुनिया में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला रीयल-टाइम इकोसिस्टम बन गया है, जिसमें एक महीने में लगभग 6 बिलियन लेनदेन होते हैं।

स्वास्थ्य सेवा के मोर्चे पर, भारत ने 500 मिलियन से अधिक लोगों को समाविष्ट करते हुए दुनिया की सबसे बड़ी चिकित्सा बीमा योजना आयुष्मान भारत की शुरुआत की।

कोविड 19 महामारी के बाद से, भारत सरकार खाद्य सुरक्षा बढ़ाने हेतु 80 करोड़ लोगों को प्रति माह 5 किलो अतिरिक्त मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है।

हमारा मानना ​​है कि राष्ट्रीय अच्छाई और वैश्विक अच्छाई पूरी तरह से तालमेल बिठा सकते हैं। यह दृढ़ विश्वास और वसुधैव कुटुम्बकम की भावना - "पूरा विश्व एक परिवार है" ही है जिसने हमारी 'वैक्सीन मैत्री' पहल के माध्यम से 100 से अधिक देशों को वैक्सीन की आपूर्ति करने हेतु हमें प्रेरित किया।

महानुभावों,

भारत आज अभूतपूर्व संभावनाओं से भरा हुआ है। एक मजबूत, स्थिर और निर्णायक सरकार के नेतृत्व में, भारत भी नए सपने देख रहा है, नए संकल्प ले रहा है और उन संकल्पों को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। जैसा कि 15 अगस्त को हमारे स्वतंत्रता दिवस पर हमारे प्रधान मंत्री द्वारा घोषित किया गया था, हम अगले 25 वर्षों में भारत @ 75 से भारत @ 100 तक अमृत काल या स्वर्ण काल ​​में भारत के लिए आर्थिक विकास को आगे ले जाने के लिए दृढ़ हैं, जिससे भारत 2047 तक एक विकसित देश बन जाएगा। हम आपको इस विकास गाथा में अपना करीबी भागीदार बनने के लिए आमंत्रित करते हैं।

इस ऐतिहासिक महत्वपूर्ण सत्र में, मैं प्रतिष्ठित सदस्यों को हमारे दो बड़े और जीवंत लोकतंत्रों के बीच इस गहरी साझेदारी और हमारे लोगों के लिए समृद्धि लाने और उनके लिए बेहतर भविष्य बनाने के हमारे प्रयासों के लिए उनके सुदृढ़ समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं एक बार फिर यहां एकत्रित सभी लोगों को इस विशेष अवसर पर अपनी हार्दिक बधाई देता हूं और भारत-ब्राज़ील साझेदारी को और मजबूत करने में आप सभी की सफल हों यह कामना करता हूं।

आपका बहुत बहुत धन्यवाद! मुइतो ओब्रिगाडो!

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